चीन ने सिचुआन में शुरू की क्रिप्टो माइनिंग पर कार्रवाई, क्या फिर से लुढ़केगी डिजिटल करेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग पर चीन की कार्रवाई अब सिचुआन प्रांत तक पहुंच गई है। सिचुआन में अधिकारियों में प्रमुख माइनिंग सेंटर में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग से जुड़े प्रोजेक्ट बंद करने का आदेश दिया है। चीन ने बीते मई महीने में ही क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग और ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगाने के बाद ऐसा करने वालों पर कार्रवाई शुरू की है। हाल ही में चीनी मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि क्रिप्टोकरेंसी के जरिए मनी लॉण्ड्रिंग करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए 1000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।
क्रिप्टोमाइनिंग चीन में एक बड़ा व्यवसाय है। दुनिया भर में होने वाले बिटकॉइन उत्पादन में आधा हिस्सा चीन का है। लेकिन स्टेट काउंसिल और चीन की कैबिनेट ने पिछले महीने वित्तीय जोखिम को नियंत्रित करने के उपायों के तहत बिटकॉइन खनन और व्यापार पर रोक लगा दी थी। इसके पीछे एक वजह यह भी बताई जा रही है कि चीन अपनी मुद्रा युआन का डिजिटल वर्जन लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इसके लिए वह दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर नियंत्रण कसकर चीनी मार्केट से बाहर कर राह आसान कर रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग पर रोक के पीछे एक और प्रमुख वजह इसमें इस्तेमाल होने वाली भारी ऊर्जा की खपत है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए खासतौर पर डिजाइन कम्यूटर की जरूरत होती है जिनमें बड़ी मात्रा में बिजली खर्च होती है। सिचुआन में हाइड्रोपॉवर के इस्तेमाल से बिटकॉइन माइनिंग बड़ी मात्रा में की जाती है, यही वजह है कि अधिकारियों की यहां पर लंबे समय से नजर थी और शुक्रवार को ये कार्रवाई की गई।
सिचुआन प्रांतीय विकास और सुधार आयोग, और सिचुआन एनर्जी ब्यूरो ने शुक्रवार को एक संयुक्त नोटिस जारी किया जिसमें रविवार तक 26 संदिग्ध क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट को बंद करने का आदेश दिया गया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस नोटिस को देखे जाने की बात कही है। अधिकारियों ने सिचुआन में स्थानीय सरकारों से क्रिप्टोमाइनिंग परियोजनाओं की तलाश करने और उन्हें बंद करने को कहा है। इसके साथ ही नई परियोजनाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक सिचुआन चीन का दूसरा सबसे बड़ा बिटकॉइन माइनिंग प्रांत है। सिचुआन के अलावा माइनिंग के लिए लोकप्रिय दूसरे प्रांत शिनजियांग, इनर मंगोलिया और युन्नान सहित अन्य क्षेत्रीय खनन केंद्रों में भी बिटकॉइन खनन पर कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
बाजार को लेकर आशंका
शुक्रवार का नोटिस में एक बात और खास है कि चीन की कार्रवाई अब उन प्रांतों से आगे निकल गई है जहां पर थर्मल पॉवर का इस्तेमाल होता रहा है और इसके लिए पर्यावरण का हवाला दिया जाता है। इनर मंगोलिया जैसे प्रांतों में कार्रवाई के पीछे यही आधार दिया जाता रहा है कि ये प्रांत कोयले से बिजली बनाते हैं और इसे बिटकॉइन माइनिंग जैसे भारी ऊर्जा खपत वाले प्रोजेक्ट में नहीं लगाया जा सकता है।
पिछले महीने ही चीन की कार्रवाई के बाद बिटकॉइन समेत सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी गई थी। अब जब एक महीने के बाद क्रिप्टोकरेंसी बाजार ने बढ़त देखनी शुरू की है तो एक बार फिर से चीन की कार्रवाई ने बाजार को लेकर आशंका बढ़ा दी है।