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दो बैंकों में अकाउंट होने के फायदे या नुकसान? साइबर फ्रॉड होने का खतरा कम या ज्यादा


Two Bank Account advantages or disadvantages: ज़्यादातर लोग अपनी सैलरी डिपॉजिट, बिल पेमेंट और हर कार्ड स्वाइप एक ही अकाउंट से करते हैं, लेकिन एक्सपर्ट क्यों दूसरा बैक खाता खुलवाने की सलाह देते हैं। कैसे दूसरा बैंक खाता आपके हर लेन-देन की सुरक्षा कर सकता है। अपनी सैलरी, कमाई और खर्चे एक ही बैंक खाते से मैनेज करना भले ही सुविधाजनक लगे, लेकिन इससे आपको ऐसे रिस्क उठाने पड़ सकते हैं जो रातोंरात आपकी फाइनेंशियल कंडीशन बिगाड़ सकते हैं। UPI पेमेंट, मेंबरशिप फीस और ऑनलाइन शॉपिंग के ज़माने में सब कुछ एक ही जगह पर रखना अपनी सारी कीमती चीज़ों को एक ही खुले दराज में रखने जैसा है। जानें, सिंगल खाते के जोखिम और दो खातों के फायदे।

सिंगल बैंक खाते के जोखिम को समझें

ज़्यादातर लोग अपनी सैलरी डिपॉजिट, बिल पेमेंट और हर कार्ड स्वाइप एक ही अकाउंट से करते हैं। सिंगल खाता होने पर यह रिस्क इसलिए भी बढ़ गए हैं, क्योंकि डिजिटल पेमेंट अब कॉमन हैं और स्कैमर्स काफी चालाक हैं।

  • फ्रॉड या हैकिंग: यूपीआई फ़िशिंग, डेटा लीक या कार्ड क्लोनिंग आपके सिंगल खाते को खतरे में डाल सकती है।
  • टैक्नीकल फॉल्ट: बैंकिंग त्रुटि या सिस्टम में खराबी के कारण खाता बंद होने का अर्थ है कि आप अचानक अपने सारे पैसे तक पहुंच खो देंगे।
  • बजट कन्फ्यूजन: जब इनकम, इन्वेस्टमेंट और रोजाना के खर्चे मिक्स होते हैं तो ऑटो रिन्युल, छिपे खर्चों का हिसाब लगाना कठिन होता है।
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दूसरे बैंक अकाउंट से कैसे कम होंगे रिस्क

  • फ़ायरवॉल: दूसरा बैंक खाता विशेष रूप से रोजमर्रा के खर्च के लिए आपकी मुख्य बचत और दैनिक लेनदेन के बीच फ़ायरवॉल की तरह काम करता है।
  • मेन सेविंग की सुरक्षा: वेतन और एमरजेंसी फंड को प्राइमरी अकाउंट में रखें और दूसरे अकाउंट में बिल और खरीददारी के लिए भुगतान करें
  • सीमित जोखिम: यदि कोई दूसरे अकाउंट को हैक कर लेता है तो नुकसान केवल आपके द्वारा ट्रांसफर राशि तक सीमित रहेगा, बचत सेफ होगी।
  • बजट सुधरेगा: स्थाई मंथली ट्रांसफर के बाद आपको जानते हैं कि आप कितना खर्च कर सकते हैं, अधिक खर्च पर अंकुश लगाना आसान हो जाता है।

दूसरा अकाउंट होने के फायदे

  • इंसटेंट अलर्ट: प्रत्येक लेनदेन के लिए एसएमएस या ऐप नोटिफिकेशन आपको संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पहचानने में मदद करते हैं।
  • ट्रांजेक्शन लिमिट: रोजाना की कम और हर ट्रांजेक्शन की डिटेल किसी भी फ्रॉड की स्थिति में नुकसान को कम रखती है।
  • स्लीप मोड: यदि आपको धोखाधड़ी का संदेह है तो आपके पास अकाउंट को ब्लॉक या रोकने की क्षमता है।
  • अलग लॉगिन क्रेडेंशियल: अलग-अलग पासवर्ड या mPIN यह सुनिश्चित करते हैं कि एक खाते के उल्लंघन से दूसरे खाते को कोई नुकसान न पहुंचे।