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अडाणी पावर ने FY26 के Q1 में किया कमाल, 3305 करोड़ का हुआ मुनाफा


Adani Group: भारत की सबसे बड़ी थर्मल पावर कंपनी अडाणी पावर लिमिटेड (APL) ने 30 जून 2025 को समाप्त होने वाली पहली तिमाही (Q1 FY26) के वित्तीय नतीजे घोषित कर दिए हैं। इस दौरान कंपनी ने मजबूत और स्थिर प्रदर्शन किया है। इस समय पर बिजली की मांग में कुछ उतार-चढ़ाव और जल्दी मॉनसून के कारण चुनौतियां थीं। इसके बाद भी कंपनी ने 3305 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है।

25.7 बिलियन यूनिट का किया उत्पादन

अडाणी पावर ने इस तिमाही में 25.7 बिलियन यूनिट (BU) बिजली का उत्पादन किया, जो एक मजबूत उपलब्धि है। इस दौरान बिजली की बिक्री में 1.6% की बढ़ोतरी हुई और यह 24.6 BU रही, जबकि पिछले साल यह 24.2 BU थी। जल्दी मॉनसून शुरू होने के कारण बिजली की मांग प्रभावित हुई, फिर भी कंपनी ने यह वृद्धि हासिल की। वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो, कुल राजस्व (Continuing Total Revenue) 14,167 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 5.87% कम है। इसका मुख्य कारण आयातित कोयले की कीमतों में कमी और मर्चेंट टैरिफ में गिरावट है।

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इसके बावजूद, EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) 5,744 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही मतलब FY25 के Q4 से 12.7% अधिक है, लेकिन पिछले साल से 8.69% कम है। टैक्स के बाद लाभ मतलब PAT (Profit After Tax) 3,305 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल (3,913 करोड़ रुपये) से 15.53% कम है, लेकिन पिछली तिमाही से 27.1% अधिक है। इसके अलावा, कंपनी को बांग्लादेश से नियमित भुगतान मिल रहा है और पिछले दो महीनों में 500 मिलियन डॉलर से अधिक का भुगतान प्राप्त हुआ है।

तेजी से प्रोजेक्ट्स पूरे कर रही है कंपनी

अडाणी पावर के सीईओ एस. बी. ख्यालिया ने कहा कि ‘कंपनी का स्थिर वित्तीय प्रदर्शन उसकी ताकत और फ्लेक्सिबिलटी का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि कंपनी तेजी से प्रोजेक्ट्स पूरे कर रही है और रणनीतिक अधिग्रहण के जरिए अपनी क्षमता बढ़ा रही है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 30 गीगावाट (GW) की क्षमता हासिल करना है।

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इसके लिए कंपनी ने पहले ही अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल बॉयलर, टर्बाइन और जनरेटर जैसे महत्वपूर्ण उपकरणों की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली है। उन्होंने कहा कि अडाणी पावर भारत की बढ़ती बिजली मांग को विश्वसनीय और किफायती तरीके से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि देश की प्रगति में योगदान दे सके।’

परिचालन क्षमता को बढ़ा रही है कंपनी

अडाणी पावर ने अपनी परिचालन क्षमता को तेजी से बढ़ाया है। FY25 के Q1 में कंपनी की क्षमता 15,250 मेगावाट (MW) थी, जो FY26 के Q1 में बढ़कर 17,550 MW हो गई। जुलाई 2025 में विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (600 MW) के अधिग्रहण के बाद यह क्षमता 18,150 MW तक पहुंच गई। कंपनी ने मोक्सी पावर जनरेशन लिमिटेड (1,200 MW), कोरबा पावर लिमिटेड (600 MW) और अडाणी दहानू थर्मल पावर स्टेशन (500 MW) का अधिग्रहण भी किया है।

इसके अलावा, अडाणी पावर ने उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ 1,500 MW बिजली आपूर्ति के लिए 25 साल का समझौता किया है, जो उत्तर प्रदेश में नए 1,600 MW अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल पावर प्रोजेक्ट से पूरा होगा। इन कदमों से कंपनी ने महाराष्ट्र जैसे महत्वपूर्ण औद्योगिक राज्य में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है।

30,670 MW तक क्षमता बढ़ाने का है लक्ष्य

अडाणी पावर 2030 तक अपनी क्षमता को 30,670 MW तक ले जाने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी सात ब्राउनफील्ड और एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जिनकी कुल क्षमता 12,520 MW होगी। मध्य प्रदेश के महान और छत्तीसगढ़ के रायपुर व रायगढ़ में तीन अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट (प्रत्येक 1,600 MW) का निर्माण तेजी से चल रहा है।

इसके अलावा, कोरबा में 1,320 MW के सुपरक्रिटिकल प्रोजेक्ट को पर्यावरण मंजूरी मिल चुकी है और काम शुरू हो गया है। कंपनी ने इन प्रोजेक्ट्स के लिए जरूरी जमीन और उपकरण पहले ही सुरक्षित कर लिए हैं, जिससे समय पर और लागत प्रभावी ढंग से काम पूरा हो सके। अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक का उपयोग कोयले की खपत को कम करेगा और उत्सर्जन में कमी लाएगा, जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद है। ये प्रोजेक्ट स्थानीय रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं।

मजबूत है कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन

कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है। 30 जून 2025 तक अडाणी पावर का कुल ऋण 44,372 करोड़ रुपये था, जो 31 मार्च 2025 के 38,335 करोड़ रुपये से अधिक है। नेट ऋण 37,437 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का ऋण-इक्विटी अनुपात 0.85:1 है, जो उसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।

इस तिमाही में कंपनी ने 2,579 करोड़ रुपये के अनसिक्योर्ड परपेचुअल सिक्योरिटीज (UPS) को भुनाया, और अब केवल 478 करोड़ रुपये का UPS बकाया है। यह पता चलता है कि कंपनी अपनी परिचालन आय से कर्ज को प्रभावी ढंग से कम कर रही है।

पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए है प्रतिबद्ध

अडाणी पावर पर्यावरण और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को गंभीरता से लेती है। इस तिमाही में कंपनी की पानी की खपत 2.21 m³/MWh रही, जो सरकारी सीमा से काफी कम है और पिछले साल (2.41 m³/MWh) से बेहतर है। कंपनी ने 110% फ्लाई ऐश उपयोग हासिल किया, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति उसके प्रयासों को दर्शाता है।

सामाजिक जिम्मेदारी के तहत, अडाणी पावर ने मुंद्रा तालुका में 77 सरकारी स्कूलों को अपनाकर 11,663 स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा प्रदान की है। इसके अलावा, मोबाइल हेल्थकेयर यूनिट और ग्रामीण क्लिनिक के जरिए हजारों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दी गई हैं। कंपनी ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और सामुदायिक विकास के लिए पेड़ लगाने और बुनियादी ढांचे के प्रोजेक्ट्स भी शुरू किए हैं, जिससे कई गांवों को लाभ हुआ है।

भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर कंपनी

अडाणी पावर भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर कंपनी है, जिसकी कुल स्थापित क्षमता 18,110 MW है। इसके 12 पावर प्लांट गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड और तमिलनाडु में हैं। इसके अलावा, गुजरात में 40 MW का सौर ऊर्जा संयंत्र भी है। कंपनी भारत को बिजली-संपन्न राष्ट्र बनाने और सभी के लिए किफायती बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। यह तकनीक और नवाचार का उपयोग करके भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।

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