Adani Group: अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी, अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) ने 30 जून 2025 को समाप्त हुई FY26 की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा कर दी है। इस तिमाही में कंपनी के उभरते इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवसायों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसके चलते कुल EBITDA का 74% हिस्सा इन व्यवसायों से प्राप्त हुआ है।
पिछले साल की तुलना बढ़ी है कंपनियों की कमाई
इस तिमाही में अडाणी एंटरप्राइजेज ने 22,437 करोड़ रुपये की कुल आय हासिल की, जबकि EBITDA 3,786 करोड़ रुपये रहा। टैक्स से पहले मुनाफा (PBT) 1,466 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। कंपनी के उभरते व्यवसायों ने 2,800 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 5% अधिक है। इसमें एयरपोर्ट व्यवसाय ने 1,094 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया, इसमें पिछले साल की तुलना में 61% की वृद्धि हुई है। हालांकि, व्यापार की मात्रा में कमी और इंटीग्रेटेड रिसोर्स मैनेजमेंट (IRM) तथा कमर्शियल माइनिंग में कीमतों की अस्थिरता ने इस तिमाही के नतीजों को कुछ हद तक प्रभावित भी किया है।
पाई हैं नई उपलब्धियां
अडाणी एंटरप्राइजेज ने अपने विभिन्न व्यवसायों में काफी अच्छी प्रगति की है। अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने इस तिमाही में 23.4 मिलियन यात्रियों का मैनेजमेंट किया और सात नए रूट्स के साथ-साथ दो नई एयरलाइंस को अपने नेटवर्क में शामिल किया। इसके अलावा छह एयरपोर्ट्स और मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 1.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग हासिल की, जिससे भविष्य के विकास के लिए फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी सुनिश्चित हो सकी।
वहीं, अडाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) ने भारत में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया। कंपनी ने देश का पहला ऑफ-ग्रिड 5 मेगावाट ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्लांट शुरू किया। इसके साथ ही, 3.3 मेगावाट WTG मॉडल के लिए 300 मेगावाट का पहला बाहरी ऑर्डर प्राप्त हुआ और भारत के सबसे बड़े 5.2 मेगावाट विंड टर्बाइन की 1 गीगावाट आपूर्ति सफलतापूर्वक पूरी की।
अडाणी रोड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (ARTL) ने अपनी परियोजनाओं में तेजी से प्रगति की है। तीन हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) प्रोजेक्ट्स 90% से अधिक पूरे हो चुके हैं, जबकि गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण 85% से अधिक पूरा हो चुका है। माइनिंग सर्विसेज में, मध्य प्रदेश में मारा II महान और गोंदबहेरा उझेनी ईस्ट कोयला खदानों के लिए दो नए MDO (माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर) समझौते किए गए हैं।
निवेशकों का भी मिला सपोर्ट
कंपनी ने AWL एग्री बिजनेस से अपनी हिस्सेदारी कम करने की दिशा में भी कदम उठाए हैं। AEL की सहायक कंपनी, अडाणी कमोडिटीज LLP ने AWL में 10.42% की हिस्सेदारी बेचकर 3,700 करोड़ रुपये जुटाए। इसके अलावा शेष 20% हिस्सेदारी को विल्मर ग्रुप को हस्तांतरित करने के लिए एक शेयर खरीद समझौता किया गया है।
वित्तीय क्षेत्र में, AEL ने अपनी दूसरी NCDs (नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स) की सार्वजनिक पेशकश पूरी की, जिसके माध्यम से 1,000 करोड़ रुपये जुटाए गए। इस इश्यू को लॉन्च के तीन घंटे के भीतर ही रिटेल और गैर-संस्थागत निवेशकों से भारी सपोर्ट मिला। ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) के मोर्चे पर, AEL का सस्टेनेबिलिटी ESG स्कोर 34 (हाई रिस्क) से बेहतर होकर 28 (मीडियम रिस्क) हो गया।
ग्लोबली बेंचमार्क स्थापित करेंगे ये प्रोजेक्ट्स
अडाणी समूह के चेयरमैन, गौतम अडाणी ने कहा, कि ‘हमारा एयरपोर्ट व्यवसाय 61% की वृद्धि के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कॉपर प्लांट और गंगा एक्सप्रेसवे जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स जल्द ही शुरू होने वाले हैं। ये परियोजनाएं न केवल भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को गति देंगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर बेंचमार्क स्थापित करेंगी।’
कंपनी के पास हैं कई व्यवसाय
अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) अडानी समूह की प्रमुख कंपनी है, जो भारत की सबसे बड़े व्यावसायिक संगठनों में से एक है। कंपनी ने अडाणी पोर्ट्स, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस जैसे कई बड़े और स्केलेबल व्यवसाय स्थापित किए हैं, जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दे रहे हैं। AEL अब ग्रीन हाइड्रोजन, एयरपोर्ट मैनेजमेंट, डेटा सेंटर, रोड्स, कॉपर और पेट्रोकेम जैसे क्षेत्रों में निवेश कर रही है।