अडाणी ग्रुप ने अपने एग्री बिज़नेस सेक्टर में एक बड़ा कदम उठाया है। 17 जुलाई 2025 को अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) ने यह जानकारी दी कि उसने AWL एग्री बिज़नेस (अडाणी विल्मर) में अपनी 20% हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल (Wilmar International) को 275 रुपये प्रति शेयर की दर से 7,150 करोड़ रुपये में बेच दी है।
विल्मर इंटरनेशनल को मिला कंपनी पर बहुमत नियंत्रण
इस डील के बाद सिंगापुर स्थित विल्मर इंटरनेशनल को कंपनी में अब 65% हिस्सेदारी मिल गई है, जिससे उसे AWL एग्री पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त हो गया है। यह सौदा जनवरी 2025 में बेची गई 13.5% हिस्सेदारी के बाद हुआ है, जब अडाणी समूह ने लगभग 4,850 करोड़ रुपये जुटाए थे।
अडाणी एंटरप्राइजेज की सहयोगी कंपनी Adani Commodities LLP (ACL) के पास अब 10.42% हिस्सेदारी बची है। कंपनी ने बताया कि यह हिस्सेदारी पहले से तय किए गए कुछ निवेशकों को बेची जाएगी। इस काम में विल्मर की सहायक कंपनी Lens भूमिका निभाएगी, जो रणनीतिक निवेशकों को इस हिस्सेदारी के लिए लाने का प्रयास करेगी।
इस सौदे के साथ ही अडाणी और विल्मर के बीच चल रहे सभी पुराने शेयरधारक समझौते औपचारिक रूप से समाप्त कर दिए गए हैं, जिनमें से कुछ 1999 में शुरू हुए थे। इसका मतलब यह है कि अब विल्मर अकेले AWL एग्री का संचालन और रणनीति तय करेगी।
हिस्सेदारी बेचने से जुटाई गई राशि का होगा उपयोग
अडाणी ग्रुप ने पहले ही स्पष्ट किया है कि वह AWL एग्री से मिली राशि का उपयोग ऊर्जा, उपयोगिता, परिवहन, लॉजिस्टिक्स और अन्य बुनियादी ढाँचा क्षेत्रों में निवेश के लिए करेगा। अडाणी एंटरप्राइजेज ने कहा है कि यह रणनीति उनके प्रमुख प्लेटफॉर्म को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम है।
AWL Agri के शेयरों में दिखी तेजी
इस घोषणा के बाद AWL Agri के शेयरों में 5% से अधिक की बढ़त देखी गई। कंपनी के शेयर 17 जुलाई 2025 को BSE पर 6.06% तेजी के साथ बंद हुए।