Adani Group: अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी और भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड बिजनेस इनक्यूबेटर अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) ने अपने दूसरे पब्लिक इश्यू की घोषणा कर दी है। इसमें 1,000 करोड़ रुपये के सिक्योर्ड, रेटेड, लिस्टेड, रिडीमेबल, नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) शामिल हैं। यह इश्यू 9 जुलाई 2025 को खुलेगा और 22 जुलाई 2025 को बंद होगा, जिसमें जल्दी बंद करने या एक्सटेंशन का ऑप्शन भी उपलब्ध है। पिछले साल सितंबर में AEL ने 800 करोड़ रुपये का पहला NCD इश्यू लॉन्च किया था, जो पहले ही दिन फुल सब्सक्राइब हो गया था।
500 करोड़ है बेस साइज
इस इश्यू का बेस साइज 500 करोड़ रुपये है, जिसमें 500 करोड़ रुपये तक की ओवर-सब्सक्रिप्शन (ग्रीन शू ऑप्शन) की सुविधा है, जिससे टोटल इश्यू साइज 1,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है। हर NCD का फेस वैल्यू 1,000 रुपये है, और मिनिमम अप्लिकेशन 10 NCDs (10,000 रुपये) का होगा, इसके बाद 1 NCD (1,000 रुपये) के मल्टीपल में अप्लाई किया जा सकता है। यह इश्यू 24, 36 और 60 महीने की अवधि के साथ आठ सीरीज में उपलब्ध है, जिसमें क्वार्टरली, एनुअल और कम्युलेटिव इंटरेस्ट पेमेंट के ऑप्शंस हैं।
क्या हैं इसके फीचर्स?
यह इश्यू निवेशकों को 9.30% तक सालाना इफेक्टिव रिटर्न ऑफर करता है, इसकी यही खासियत इसे शानदार निवेश ऑप्शन बनाती है। NCDs को ICRA लिमिटेड और CARE रेटिंग्स लिमिटेड ने ‘AA-’ रेटिंग दी है, जिसमें ‘Stable’ आउटलुक है। इससे कंपनी के फाइनेंशियल कमिटमेंट्स को समय पर पूरा करने की हाई सेफ्टी और बहुत कम क्रेडिट रिस्क का पता चलता है। कंपनी का इन NCDs को BSE और NSE पर लिस्ट करने का प्लान है, जिससे निवेशकों को लिक्विडिटी और ट्रांसपेरेंसी का फायदा मिलेगा। इसमें अलॉटमेंट फर्स्ट कम, फर्स्ट सर्व के बेसिस पर होगा, यानी जल्दी अप्लाई करने वालों को प्रायोरिटी मिलेगी। इश्यू से मिलने वाली रकम का कम से कम 75% हिस्सा कंपनी के मौजूदा कर्ज को पूरी तरह या आंशिक रूप से चुकाने में यूज होगा, और बाकी 25% जनरल कॉरपोरेट पर्पस के लिए होगा।
शेयर होल्डर्स को दिए हैं शानदार रिटर्न
1993 से ऑपरेट हो रही अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में एक लीडर है। अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी होने के नाते, इस कंपनी ने अडाणी पोर्ट्स एंड SEZ, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी टोटल गैस और अडाणी विल्मर जैसे बड़े बिजनेस बनाए और लिस्ट किए हैं। इन बिजनेस ने भारत को सेल्फ-रिलायंट बनाने में बड़ा रोल प्ले किया है और तीन दशकों से शेयरहोल्डर्स को शानदार रिटर्न्स दिए हैं।
अब AEL ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम, एयरपोर्ट मैनेजमेंट, डेटा सेंटर्स, रोड्स और कॉपर व पेट्रोकेम जैसे प्राइमरी इंडस्ट्रीज में इनवेस्ट कर रही है। ये सभी सेक्टर्स भारत की 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी की जर्नी में गेम-चेंजर साबित होंगे।
इंवेस्टर्स के लिए है गोल्डन चांस
अडाणी एंटरप्राइजेज का यह NCD इश्यू उन निवेशकों के लिए एक शानदार ऑप्शन है जो स्टेबल और फिक्स्ड इनकम की तलाश में हैं। हाल के इंटरेस्ट रेट कट्स और सॉफ्ट रेट साइकिल की शुरुआत के साथ, यह इश्यू परफेक्ट टाइमिंग पर आया है। अन्य समान रेटेड NCDs और फिक्स्ड डिपॉजिट्स की तुलना में यह कॉम्पिटिटिव रिटर्न्स ऑफर करता है। नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) के अलावा, AEL इकलौता कॉरपोरेट है जो रिटेल इनवेस्टर्स के लिए लिस्टेड डेट प्रोडक्ट ऑफर करता है। यह इंडिविजुअल और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ स्टोरी में पार्टिसिपेट करने का रेयर ऑपर्च्युनिटी है।
NCD सीरीज का डिटेल
सीरीज | इंटरेस्ट पेमेंट फ्रीक्वेंसी | अवधि | कूपन (% प्रति वर्ष) | इफेक्टिव रिटर्न (% प्रति वर्ष) | रिडेम्पशन अमाउंट (₹/NCD) |
I | एनुअल | 24 महीने | 8.95% | 8.95% | 1,000 |
II | कम्युलेटिव | 24 महीने | NA | 8.95% | 1,187.01 |
III | क्वार्टरली | 36 महीने | 8.85% | 9.14% | 1,000 |
IV | एनुअल | 36 महीने | 9.15% | 9.14% | 1,000 |
V | कम्युलेटिव | 36 महीने | NA | 9.15% | 1,300.70 |
VI | क्वार्टरली | 60 महीने | 9.00% | 9.30% | 1,000 |
VII | एनुअल | 60 महीने | 9.30% | 9.29% | 1,000 |
VIII | कम्युलेटिव | 60 महीने | NA | 9.30% | 1,560.30 |
नोट: अगर अप्लिकेंट ने NCD सीरीज का चॉइस नहीं किया, तो डिफॉल्ट रूप से सीरीज IV (36 महीने, एनुअल इंटरेस्ट) का अलॉटमेंट होगा।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
अडाणी ग्रुप के ग्रुप CFO, जुगेशिंदर ‘रॉबी’ सिंह ने कहा कि ‘AEL का दूसरा NCD इश्यू समावेशी कैपिटल मार्केट ग्रोथ और रिटेल पार्टिसिपेशन के प्रति हमारी कमिटमेंट को और मजबूत करता है। पिछले NCD इश्यू को मिली जबरदस्त रिस्पॉन्स और छह महीने में रेटिंग अपग्रेड के बाद डेट इनवेस्टर्स को कैपिटल एप्रिशिएशन मिला, जो ग्रुप की कंसिस्टेंट डिलीवरी और फाइनेंशियल सॉलिडिटी को दिखाता है।
अडाणी पोर्ट्स, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पावर और अडाणी ग्रीन एनर्जी जैसे भारत के सबसे क्रिटिकल एनर्जी और ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी प्लेटफॉर्म्स के इनक्यूबेटर के तौर पर, AEL अब एयरपोर्ट्स, रोड्स, डेटा सेंटर्स और ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम जैसे नेक्स्ट-जेन इन्फ्रास्ट्रक्चर बिजनेस को स्केल कर रहा है।’
कितना है सिक्योर?
NCDs को CARE रेटिंग्स और ICRA लिमिटेड ने ‘AA-’ रेटिंग दी है, जिसमें ‘Stable’ आउटलुक है। CARE रेटिंग्स ने 19 फरवरी 2025 को AEL की क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड की और 18 जून 2025 को इसकी दोबारा से पुष्टि की। ICRA ने 28 मार्च 2025 को ‘[ICRA]AA- (स्थिर)’ रेटिंग दी और 17 जून 2025 को इसकी दोबारा से पुष्टि की।
इस रेटिंग वाले सिक्योरिटीज को फाइनेंशियल ऑब्लिगेशंस के टाइमली पेमेंट के लिए हाई सेफ्टी और बहुत कम क्रेडिट रिस्क वाला माना जाता है। इस स्कीम को लोगों तक पहुंचाने और इंवेस्टमेंट प्रोसेस को तीन कंपनियां नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड, ट्रस्ट इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड और टिप्सन्स कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कर रही हैं।
कर लें ये काम
इनवेस्टर्स इस इश्यू में पार्टिसिपेट करने से पहले 30 जून 2025 को फाइल किए गए प्रॉस्पेक्टस को ध्यान से पढ़ें, जिसमें ‘रिस्क फैक्टर्स’ और ‘मटेरियल डेवलपमेंट्स’ जैसे सेक्शंस शामिल हैं। इनको आप पेज 16 और 233 से देख सकते हैं। इसके साथ ही आप इन बेवसाइट्स (www.sebi.gov.in, www.bseindia.com, www.nseindia.com, www.nuvama.com, www.trustgroup.in, www.tipsons.com) से भी जानकारी ले सकते हैं।