शेयर बाजार के लिए सोमवार ‘ब्लैक फ्राइडे’ साबित हुआ है। BSE सेंसेक्स में करीब 2500 अंकों की भारी गिरावट आई है। वहीं NSE निफ्टी भी 900 अंकों से अधिक गिर चुका है। बाजार में आए इस भूचाल की वजह डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियां हैं। जब से ट्रंप ने जवाबी टैरिफ का ऐलान किया है, भारत सहित दुनिया भर के शेयर बाजार दबाव में बने हुए हैं।
बिखर गया बाजार
पिछली गिरावट के बाद आज सोमवार को बाजार जैसे ही खुला, पूरी तरह बिखर गया। सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिली। दोनों ही एक्सचेंजों पर लिस्टेड लगभग सभी कंपनियों के शेयरों में लाली छाई हुई है। निवेशकों के 5 मिनट में ही 19 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए हैं। यह पहले से ही माना जा रहा था कि टैरिफ के प्रभाव के चलते कुछ दिनों तक बाजार में दबाव दिखाई दे सकता है। चलिए जानते हैं कि आज की गिरावट के 5 प्रमुख कारण क्या हैं?
शेयर बाजार में मच गया कोहराम, 5 मिनट में 19 लाख करोड़ स्वाहा
◆ सेंसेक्स 3000 से अधिक अंक टूटा और निफ्टी भी 900 अंक से अधिक गिरा है #Nifty | #Sensex | #ShareMarket | Share Market | Dalal Street pic.twitter.com/Goe8dyjFfl
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ट्रेड वॉर की आशंका
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के जवाब में चीन ने भी अमेरिकी आयात पर 34% टैरिफ लगाया है। वहीं, यूरोपीय यूनियन सहित अन्य देश भी इसकी तैयारी कर रहे हैं। इस वजह से पूरी दुनिया में ट्रेड वॉर की आशंका मजबूत हो गई है और निवेशकों में घबराहट है। निवेशक बीते दिनों आई तेजी का फायदा उठाने के लिए बिकवाली कर रहे हैं और बाजार गिर रहा है।
रुपये की कमजोरी
डॉलर के मुकाबले आज भारतीय रुपया 50 पैसे कमजोर होकर खुला है। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.74 पर खुला है। रुपये की कमजोरी ने भी बाजार की चाल को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एशियाई बाजारों में बिकवाली
भारत के शेयर बाजार पर एशियाई बाजारों की बिकवाली का भी असर दिखाई दिया है। जापान के निक्केई में 6% से अधिक की गिरावट आई है। इसी तरह, ताइवान, हांगकांग, जापान, चीन और कोरिया के बाजारों में भी भारी गिरावट है। इससे पहले अमेरिकी शेयर बाजार भी पूरी तरह लाल हो गया था। दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट से भारतीय बाजार भी प्रभावित हुआ है।
मंदी की आहट
अमेरिका में मंदी की आशंका मजबूत हो गई है। डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। इस वजह से कई ग्लोबल एजेंसियों ने अमेरिका में इसी साल मंदी की आशंका जताई है। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, ऐसे में उसका मंदी की चपेट में आना पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता है। इस आशंका में भी भारत सहित एशियाई बाजार गिर रहे हैं।
विदेशी निवेशकों का रुख
विदेशी निवेशकों ने एक बार फिर से बिकवाली शुरू कर दी है। इस वजह से भी भारतीय शेयर बाजार कमजोर बना हुआ है। 2 अप्रैल यानी डोनाल्ड ट्रंप के जवाबी टैरिफ से पहले तक निवेशी निवेशकों की खरीदारी की खबरें सामने आई थीं, लेकिन उसके बाद से वे बिकवाली कर रहे हैं और हमारा बाजार कमजोर हो रहा है। अप्रैल 2025 के पहले सप्ताह के 4 सत्रों में ही विदेशी निवेशक बाजार से कुल 10355 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं।
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Apr 07, 2025 10:04
Edited By
Neeraj