Donald Trump Tariff Policy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियां उनके अपने देश को परेशानी में धकेल रही हैं। यूएस स्टॉक मार्केट को भी अहसास हो गया है कि टैरिफ नीतियां अर्थव्यवस्था के लिहाज से बुरी साबित हो सकती हैं। इसलिए कई दिनों तक डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों पर उत्साहित नजर आने वाला बाजार अब पूरी तरह बिखर गया है। मंगलवार के बाद बुधवार को भी मार्केट में गिरावट देखी गई।
ब्याज दरों में कटौती मुश्किल
इस बीच, दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक के सीईओ लैरी फिंक ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे अमेरिकी आवाम और निवेशकों की चिंता बढ़ सकती है। उनका कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप की ट्रेड नीतियों से मुद्रास्फीति बढ़ेगी, जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा। यदि ऐसा होता है, तो शेयर बाजार में गिरावट की आशंका भी बनी रहेगी।
हर रोज बयान दे रहे ट्रंप
फोर्ब्स के अनुसार, ब्लैकरॉक के सीईओ लैरी फिंक ने कहा कि राष्ट्रवादी होना अच्छी बात है, लेकिन मुझे लगता है कि टैरिफ नीतियों से देश में महंगाई बढ़ सकती है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप लगातार अपनी टैरिफ नीति को लेकर कोई न कोई बयान जारी कर रहे हैं। उनके सत्ता में आने से कनाडा, मेक्सिको और चीन के साथ अमेरिका के रिश्ते प्रभावित हुए हैं। चीन से पहले भी अमेरिकी रिश्ते खास अच्छे नहीं थे, लेकिन कनाडा और मेक्सिको से रिश्ते प्रभावित होना अमेरिका के लिए भी नुकसानदायक है। इसके अलावा, ट्रंप यूरोप को भी टैरिफ की धमकी दे रहे हैं।
मंदी की आशंका मजबूत
उधर, गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों ने अगले 12 महीनों में मंदी की आशंका को 15% से बढ़ाकर 20% कर दिया है। उन्होंने ट्रंप की आर्थिक नीतियों को मुख्य जोखिम करार दिया है। इसी तरह, यार्डेनी रिसर्च के अर्थशास्त्रियों ने भी मंदी की आशंका को 20% से बढ़ाकर 35% कर दिया है। इससे माना जा रहा है कि अगले सप्ताह होने वाली फेड रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों में कटौती का फैसला शायद न लिया जाए। यदि ऐसा होता है तो इसका असर अमेरिका सहित दुनियाभर के बाजारों पर पड़ सकता है।
क्रिप्टो मार्केट में मंदी
ऐसा नहीं है कि डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से केवल अमेरिकी शेयर बाजार ही प्रभावित हुआ है। क्रिप्टो मार्केट भी बुरे दौर का सामना कर रहा है। महज एक महीने में ही क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के मूल्य में 1 ट्रिलियन डॉलर की कमी आई है। खासकर, बिटकॉइन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यह डिजिटल करेंसी आज भी गिरावट के साथ कारोबार कर रही है। कभी 1 लाख डॉलर के आंकड़े को पार कर गया बिटकॉइन आज 81,833.84 डॉलर पर पहुंच गया है। पिछले एक महीने में ही इसके दाम 14.38% कम हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि ट्रंप की नीतियों से उत्पन्न अस्थिरता के चलते क्रिप्टो मार्केट अभी और नीचे जा सकता है।
सोने की चढ़ेगी कीमत
शेयर मार्केट और क्रिप्टो बाजार में भले ही मंदी जैसा नजारा दिखाई दे रहा हो, लेकिन सोने की चमक बरकरार है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से वैश्विक स्तर पर उत्पन्न हुई अस्थिरता के चलते गोल्ड में निवेश बढ़ेगा। पहले, अमेरिकी निवेशक शेयर बाजार से निराश होने के बाद क्रिप्टो पर ध्यान केंद्रित करते थे, लेकिन अब तस्वीर बदल गई है। दोनों बाजार नरमी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में गोल्ड में निवेश बढ़ेगा और जाहिर है इससे उसकी कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी।
आज क्या है Gold का दाम?
भारत में आज सोने की कीमत में उछाल देखने को मिला है। गुड रिटर्न्स के अनुसार, 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 12 मार्च को 87,980 रुपये पहुंच गया है। जबकि 11 मार्च को यह 87,490 रुपये भाव पर मिल रहा था। इसी तरह, चांदी के दाम 1,00,000 प्रति किलो हो गए हैं। इसमें सीधे 2 हजार रुपये का उछाल आया है। देश में सोने की कीमतें केवल मांग और आपूर्ति से ही प्रभावित नहीं होतीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गतिविधियों का भी इन पर असर पड़ता है। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट सहित प्रमुख वैश्विक बाजारों में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों से भी सोने की कीमतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं।
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Mar 12, 2025 11:28
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Neeraj