Volvo ने भारत में रिकॉल की करीब 1891 कारें, जानें क्या आ रही है खराबी
नई दिल्ली। Volvo ने भारत में करीब 1,891 कारों को रिकॉल किया है। कंपनी ने यह रिकॉल ऑटोमैटिक इमर्जेंसी ब्रेकिंग (AEB) सिस्टम में आ रही खराबी के चलते किया है। यह रिकॉल कंपनी का उस वैश्विक रिकॉल का हिस्सा है जिसमें Volvo ने 7 लाख कारों को रिकॉल किया है। ये मॉडल्स 2019 और 2020 में बनाए गए हैं और इनमें V90 क्रोस कंट्री एस्टेट, S90 सेडान, XC40, XC60 और XC90 SUV शामिल हैं।
AEB सिस्टम का काम यह होता है कि यह सड़क पर गाड़ी के आगे पैदल यात्री, साइकिल चालकों, स्थिर वाहनों जैसे किसी भी वस्तु से ना टकराए इसलिए सेंसर्स की एक टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है जिसमें गाड़ी के आगे अगर कुछ आ जाता है ड्राइवर के बिना ब्रेक लगाए यह अपने आप ब्रेक लगा लेती है। इस टेक्नोलॉजी के चलते सड़क दुर्घनाओं को रोकने में मदद मिलती है।
इन रिकॉल की गई कारों के साथ Volvo की समस्या यह है कि उच्च तापमान स्थितियों में जब बाधाओं का पता लगाया जाता है, तो सिस्टम ऑटोमैटिकली ब्रेक लागू नहीं करता है। जाहिर है, इस मुद्दे को ठीक करने के लिए एख आसान सॉफ्टवेयर अपग्रेड है। बता दें, यह खराबी किसी अन्य तरीके से कारों की आस्थिरता को बाधित नहीं करती है।
हालांकि, Covid-19 महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। इसलिए मौजूदा स्थिति को देखते हुए सॉफ्टवेयर अपडेट करने के लिए वर्कशॉप्स में भेजी गई कारों को अधिक समय लग सकता है और साथ ही अगर अभी तक जो कारें वर्कशॉप्स पर नहीं आई हैं उनमें तो काफी ज्यादा वक्त लग सकता है। फिलहाल Volvo ने अपने कर्मचारियों से इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए घर से काम करने को कहा है।