इलेक्ट्रिक कारों के मामले में यह साल (2025) ऑटो इंडस्ट्री के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। एक नए अध्ययन से पता चलता है कि इस साल इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में 40% की जबरदस्त ग्रोथ होगी। फ्रॉस्ट एंड सुलिवन (Frost and Sullivan)के शोध के अनुसार, इस साल देश में नई कारों की बिक्री में बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (BEVs) की हिस्सेदारी 1.38 लाख से ज्यादा रहने की उम्मीद जताई गई है। वाहन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल 99,004 इलेक्ट्रिक कारें बिकी थीं।
सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कारें
इस साल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में BEV का दबदबा ज्यादा रहेगा। ET ऑटो की रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है। देश में EVs में सबसे ज्यादा डिमांड SUVs की ही है और आने वाले सालों में यह डिमांड अभी और भी बढ़ेगी। इस समय भारत में MG विंडसर EV, MG कॉमेट, टाटा नेक्सन EV, टाटा पंच EV, टाटा टियागो EV बिक्री के मामले में आगे हैं और ये सभी गाड़ियां बीते साल भी टॉप 5 बेस्ट सेलिंग मॉडल थे। ब्रांड के हिसाब से देखें तो टाटा मोटर्स, MG मोटर्स, महिंद्रा और BYD की इलेक्ट्रिक गाड़ियां सबसे ज्यादा बिकती हैं।
2030 तक 7 लाख तक बढ़ सकती है EVs की बिक्री
फ्रॉस्ट एंड सुलिवन (Frost and Sullivan) की रिपोर्ट ने बताया गया है कि, 2030 तक भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 7 लाख तक बढ़ सकती है। MG, टाटा और महिंद्रा इनमें प्रमुख ब्रांड होंगे जिनकी EVs की बिक्री टॉप पर रहेगी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत में 2030 तक हर 5 इलेक्ट्रिक कार के लिए एक चार्जिंग पॉइंट की जरूरत होगी।
मौजूदा समय में करीब लगभग 60,000 सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट हैं। इस साल प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (PHEV) का बिक्री में केवल 0.1% का योगदान रहने की उम्मीद है। इस साल भारत में कई नए इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च होने वाले हैं। Vinfast भी अपनी इलेक्ट्रिक कारे लेकर आ रही है। अगले कुछ सालों में ग्राहकों के पास कई ऑप्शन होने वाले हैं।
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