360 HD camera: आजकल कारें स्टाइलिश होने के साथ फ़ास्ट और सेफ भी हो गई हैं। नया ज़माने की कारें एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स से लैस होती हैं। एक जमाना था 2Din ऑडियो सिस्टम कारों में में मिलते हैं, लेकिन अब बिग साइज़ टच स्क्रीन एंटरटेनमेंट और इंफोटेनमेंट सिस्टम ने करों में जगह बना ली है। आजकल कारों में एक फीचर बेहद खास है और काफी पसंद भी किया जा रहा है। सेफ्टी के लिहाज से भी इस फीचर का खूब इस्तेमाल होता है। हम बात कर रहे हैं 360 डिग्री कैमरे के बारे में। इस फीचर को ड्राइवर की तीसरी आंख भी कहते हैं।360 डिग्री कैमरा क्या है और यह कैसे काम करता है? आइये जानते हैं…
360 डिग्री कैमरा कैसे करता है काम
कार में सेफ्टी के लिए 360 डिग्री कैमरा सेटअप लगाया जाता है। इसमें कार में आगे पीछे साइड में 4 या इससे अधिक कैमरे लगाये जाते हैं। इन कैमरों की मदद से कार के 360 व्यू को कवर किया जाता है। ये कैमरा एक सॉफ्टवेयर के जरिए डैशबोर्ड पर लगे डिस्प्ले से कनेक्ट होते हैं और बाहर का नजार डिस्प्ले में लाइव देख सकते हैं। इससे ड्राइवर को कार के आसपास के 60 डिग्री का “बर्ड्स-आई व्यू” मिलता है। इस फीचर की मदद से भीड़ में गाड़ी निकलना काफी आसान है।
इतना ही नहीं गाड़ी को पार्क करने में भी काफी मदद मिलती है। कई बार जो ऑब्जेक्ट हमें रियरव्यू मिरर या साइड मिरर से दिखाई नहीं देते, वो 360 डिग्री कैमरे की मदद से नजर आते हैं। इस कैमरे की मदद से अनवाश्यक टक्कर से बचा जा सकता है। अब तो HD कैमरा सेटअप मिलता है ज्सिकी मदद से आपको सब कुछ क्लियर और शार्प व्यू मिलता है।
360 डिग्री कैमरे के फायदे:
कार में 360 डिग्री कैमरे की मदद से ड्राइवर आसानी से बाहर नजर रख सकता है, इसे भीड़ में गाड़ी चलना और पार्क करना आसान हो जाता है। इस फीचर की मदद से ब्लाइंड स्पॉट्स काफी हद तक कम कर देता है।
यह फीचर खास नए ड्राइवर और महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होता है। आजकल कई 360 डिग्री कैमरे नाइट विजन मोड के साथ भी आने लगे हैं, जिसकी वजह से रात में कम बिजिविलिटी में भी काफी अच्छा व्यू मिलता है।
360 डिग्री कैमरे के कुछ नुकसान भी हैं
यह एक महंगा और प्रीमियम फीचर है। जिस कार में यह फीचर होता है उसकी साफ़-सफाई और केयर बहुत जरूरी होती है वरना, गाड़ी में लगे कैमरे गंदे हो जाते हैं। यह सॉफ्टवेयर बेस्ड टेक्नोलॉजी है, ऐसे में समय-समय पर इसे अपडेट करते रहना जरूरी है, वरना इस्तेमाल करने में दिक्कत हो सकती है। सबसे बड़ी बात है कि अगर आप बहुत ज्यादा इस फीचर का इस्तेमाल करते हैं और आपका ज्यादा ध्यान सक्रीन पर ही रहता है तो एक्सीडेंट होने का खतरा भी बना रहता है।
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