गर्मियों में चलती गाड़ी में अचानक आग लगने की घटना रोज सामने आ रही है। दमकल विभाग के डायरेक्टर अतुल गर्ग के अनुसार कार में आग लगने का सबसे ज्यादा खतरा शॉर्ट सर्किट से होता है। ऐसा तब होता है जब गर्मियों के दौरान एक से ज्यादा तार की बाहरी सुरक्षा सतह पिघल जाती है और वह आपस में चिपक जाते हैं। इसलिए गर्मियों में कार को सर्विस जरूर करवाएं। सर्विस करवाते समय कार को चेक किया जाता है जिसे इस खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा कार में इंजन का तापमान अगर काफी ज्यादा हो जाए तो वह ओवरहीट होने से भी आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
कार को ड्राइव करने से पहले ये 5 सावधानी बरतें
1. कार की समय-समय पर जांच कराएं। कोई भी समस्या होने पर उसे तुरंत ठीक कराएं।
2. कार में हमेशा आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिग्विशर रखें।
3. कार को ड्राइव करते समय धूम्रपान बिल्कुल न करें, खासकर उन कारों में जो CNG से चलती है।
4. खासतौर पर ध्यान रखें कि इंजन का तापनान हमेशा सही रहे।
5. कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम को समय-समय पर चेक कराते रहें।
गाड़ी में जरूर रखें ये सामान
1. अगर कार में आग लगने की स्थिति में सीट बेल्ट जाम हो जाए तो उसे कैंची से काटकर समय रहते निकल सकते हैं।
2. अगर आग लग गई तो फोल्डिंग स्टिक या छोटी हथौड़ी की मदद से कार के शीशे को तोड़कर आप बाहर निकल सकते हैं।
आग से बचने के लिए
1. फ्यूल टैंक या पाइप में लीकेज, खराब वायरिंग और शॉर्ट सर्किट आग लगने के मुख्य कारण हैं। इसलिए समय-समय पर इनकी जांच कराएं।
2. कलपुर्जों की ओवरहीटिंग, खराब रेडिएटर और खराब बैटरी के चलते भी कारों में आग लग सकती है। इसलिए इसका खासतौर पर ध्यान रखें।
3. कार चलते समय अगर किसी तरह की टक्कर होती है तो फिर कार गड्ढे भी गिरती है तो फ्यूल टैंक फटने से आग लग सकती है तो टैंक का ध्यान रखें।
अगर कार में लगती है आग
1. अगर कहीं से भी धुआं या लपटें निकलने पर कार को तुरन्त रोक लें और उससे दूर चले जाएं।
2. बोनट के नीचे आग लगी तो उसे खोलने की कोशिश बिल्कुल न करें। इससे आग को भड़कने के लिए और ऑक्सीजन मिल जाएगी।
3. चूंकि कार में तेजी से आग फैलती है। इसलिए एक-एक पल कीमती होता है। आग लगने पर अगर सेंट्रल लॉकिंग और कवर विंडो काम न करें।
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Apr 09, 2025 12:08
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News24 हिंदी