अप्रैल का महीना अभी शुरू ही हुआ है लेकिन गर्मी तेजी से पड़ने लगी है। दिन में मौसम काफी गर्म हो जाता है। गर्मी में वाहनों में आग लगने से लेकर टायरों के ब्लास्ट होने की घटनायें सामने आ रही हैं। वहीं गर्मी में टायरों की सेफ्टी के लिए नॉर्मल हवा की जगह नाइट्रोजन हवा भरवाने के लिए कहा जाता है। अगर आप लंबी दूरी पर कार से जा रहे हैं तो भी आपको टायरों में नाइट्रोजन हवा भरवाने की सलाह दी जाती है। अब इसके पीछे क्या कारण है और इससे क्या फायदे मिलते हैं? इन सबके के बारे में हम आपको इस रिपोर्ट में बता रहे हैं।
लीक नहीं होती नाइट्रोजन हवा
अगर आप टायरों में नाइट्रोजन हवा भरवाते हैं तो ये जल्दी से लीक नहीं होती और लम्बे समय तक टायर में रहती है। जबकि नॉर्मल हवा बार–बार लीक होती रहती हैं जिसकी वजह से हर हफ्ते आपको फिर से हवा भरवानी पड़ती है।
सिकुड़ते नहीं हैं टायर
जिन टायरों में नॉर्मल हवा भरी होती है और वाहन पर जब लोड ज्यादा पड़ता है तो हीट जनरेट होती है जिसकी वजह से नुकसान होता है और टायर के फटने की संभावना बढ़ जाती है। जबकि नाइट्रोजन हवा के साथ ऐसा नहीं होता है। नाइट्रोजन का ट्रेम्प्रेचर कम होता है। टायर सिकुड़ता नहीं है। इसे में टायरों की परफॉरमेंस भी बढ़ जाती है।
नहीं होता जंग लगने का खतरा
जिन टायरों में नाइट्रोजन हवा भरी होती है, उनकी रिम में जंग लगने का खतरा नहीं होता। जबकि जिन टायरों में नॉर्मल हवा भरी होती है उन टायरों के अंदर नमी भी रहती है। नमी होने की वजह से रिम(व्हील) को जंग लगने का खतरा बना रहता है और लाइफ भी कम हो जाती है। रिम जल्दी खराब हो जाते हैं।
मिलती है बेहतर माइलेज
एक्सपर्ट का मानना है कि ये नाइट्रोजन हल्की होती है और इसी वजह से गाड़ी की परफॉरमेंस काफी बेहतर हो जाती है साथ इंजन पर लोड कम पड़ता है जिसकी वजह से फ्यूल की खपत कम होती है और जबरदस्त माइलेज मिलती है।
टायरों की लाइफ बढ़ती है
जिन टायरों में नाइट्रोजन हवा भरी होती है, उन टायरों की लाइफ काफी अच्छी हो जाती है। टायर ख़राब नहीं होते साथ ही सिटी से लेकर हाईवे पर भी आपको बढ़िया परफॉरमेंस मिलती है।
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Apr 09, 2025 09:42
Edited By
Bani Kalra