अमेरिका-चीन ने प्राथमिक व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर, डोनाल्ड ट्रंप ने बताया ऐतिहासिक
वाशिंगटन। अमेरिका-चीन ने प्राथमिक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते को ऐतिहासिक बताया है। इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच करीब दो साल तक चले ट्रेड-वार का अंत होने की उम्मीद है।
इस प्राथमिक समझौते तक पहुंचने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता हुई, जो करीब एक वर्ष तक चली। इस डील में बौद्धिक संपदा, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, अमेरिकी कृषि उत्पाद, फाइनेंशियल सर्विसेज, करेंसी मैनीपुलेशन, ट्रेड रिलेशनशिप को दोबारा संतुलित करना और विवादों का प्रभावी निपटारा शामिल है।
व्हाइट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन के साथ दूसरे चरण की बातचीत भी जल्द शुरू होगी। पहले चरण की बातचीत पर अमल में आते ही दोनों देश दूसरे चरण की तरफ आगे बढ़ेगा। हालांकि तब तक सैकड़ों अरब डॉलर के चाइनीज आयात पर टैरिफ पहले की तरह लगता रहेगा ट्रंप ने कहा कि दूसरे फेज के लिए सहमति जैसे ही बन जाती है और हम एक्स्ट्रा टैरिफ वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि यह डील ऐतिहासिक है।
बता दें कि पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर जानबूझकर करेंसी को कमजोर करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने अपनी करेंसी को कमजोर करके अमेरिकी कारोबार और फैक्टरियों को हड़पने की कोशिश की है। पिछले वर्ष चीन ने अपनी करेंसी यूआन को प्रति डॉलर सात के स्तर तक गिरा दिया था। यह बाद में सुधरकर एक डॉलर के मुकाबले 6.93 यूआन के स्तर तक आ गई थी।