EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

गाड़ी कितनी भी खराब हो, ठीक करना जानती है मोटर मैकेनिक ‘स्नेहलता

कांगड़ा। जिंदगी की गाड़ी कतई ठीक नहीं थी, सिर से मां-बाप का साया छिन जाने के बाद भाई ने सहारा दिया। ट्रैक्टर चलाना सीख जिंदगी की गाड़ी कुछ आगे बढ़ी। और अब कोई भी गाड़ी कितनी ही खराब हो, स्नेहलता उसे ठीक करना सीख गई है। इलेक्ट्रीशियन का कोर्स कर वह तकनीशियन के साथसाथ वाहनों की मरम्मत में पारंगत हो चुकी है। र्मंहद्रा के मोटर वर्कशॉप में पुरुष सहयोगियों के बीच कंधे से कंधा मिलाकर आजीविका जुटा रही है।

22 साल की स्नेहलता इलाके की युवतियों के लिए प्रेरणा बन चुकी है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला स्थितशाहपुर हलके का मनेई गांव, जहां स्नेहलता ने गरीबी से जंग लड़कर जिंदगी की गाड़ी की मरम्मत करने का हौसला जुटाया, आज उस पर गर्व करता है।

स्नेहलता ने स्कूली पढ़ाई के बाद शाहपुर के औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आइटीआइ) से इलेक्ट्रिशियन का कोर्स किया। इस दौरान उसे र्मंहद्रा एंड र्मंहद्रा के मोटर वर्कशॉप में काम करने का अवसर मिला। उसने चुनौती स्वीकारी। वर्कशॉप में युवाओं के बीच तकनीशियन ट्रेनी के रूप में वह अकेली युवती थी। अपने काम के साथसाथ वह वाहनों की मरम्मत करने में भी पारंगत हो गई है। उसकी मदद और हौसला अफजाई को वर्कशॉप के अन्य सहयोगियों के अलावा वर्कशॉप मैनेजर और प्रबंधन के सदस्य भी तत्पर रहते हैं। सभी उसके काम और लगन की सराहना करते हैं।