गुरुग्राम में ट्रैफिक पुलिस से उगाही करने वाला गिरोह बेनकाब, फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर करते थे ठगी
Gurugram News: गुरुग्राम में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां दो ठग खुद को विजिलेंस अधिकारी बताकर पुलिसकर्मियों को ही निशाना बना रहे थे. इन आरोपियों की पहचान चरखी दादरी के दीपक और नेपाल मूल के नितिन कुमार के रूप में हुई है. दोनों ट्रैफिक पुलिस से उगाही करने के लिए कार में घूमते थे और मौके पर पहुंचकर ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को यह कहकर साथ ले जाते थे कि उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज हुई हैं. मामला तब खुला जब मेफील्ड गार्डन ट्रैफिक सिग्नल पर तैनात एक अधिकारी ने इनके व्यवहार पर शक जताते हुए शिकायत दी. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी.
हुडा मार्केट से किया गिरफ्तार
शिकायत के मुताबिक 15 अक्टूबर की शाम आरोपी ट्रैफिक अधिकारी को पुलिस बूथ ले गए और बिना किसी सबूत के आरोप लगाते हुए बाद में व्हाट्सऐप पर बात करने की बात कही. उसी रात दोनों ने व्हाट्सऐप पर धमकी भरा वीडियो भेजकर पैसे की मांग की. जिसके बाद अधिकारी ने तुरन्त असल पुलिस से संपर्क किया. पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से दोनों को सेक्टर-40 हुडा मार्केट से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उन्होंने स्वीकारा कि वे एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह की सात वारदातें कर चुके हैं.
डराकर करते थे पैसे वसूलने की कोशिश
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाकर एक संगठित उगाही रैकेट चला रहे थे. वे नकली पहचान पत्र, एक कार और बनावटी वीडियो का इस्तेमाल कर सरकारी कर्मचारियों को डराकर पैसे वसूलने की कोशिश करते थे. आरोपी नितिन के खिलाफ दिल्ली, यूपी और गुरुग्राम में दुष्कर्म, चोरी और आर्म्स एक्ट सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं. जबकि दीपक भी दो मामलों में आरोपी है. पुलिस अब दोनों के नेटवर्क, पुराने मामलों और इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है.