चार बच्चों की मां से हारी ट्रंप की पार्टी, पूर्व हेलिकॉप्टर पायलट मिकी शेरिल बनीं न्यू जर्सी की नई गवर्नर
Mikie Sherrill New Jersey New Governor: न्यू जर्सी की सियासत में नया इतिहास लिखा गया है. डेमोक्रेटिक पार्टी की मिकी शेरिल, जो पहले अमेरिकी नौसेना में हेलिकॉप्टर पायलट थीं, अब राज्य की दूसरी महिला गवर्नर बन गई हैं. उन्होंने गवर्नर चुनाव में आराम से जीत हासिल की और जनवरी में फिल मर्फी की जगह लेंगी, जो दो बार गवर्नर रह चुके हैं. लेकिन शेरिल की ये जीत किसी आसान रास्ते की नहीं है. न्यू जर्सी इन दिनों आर्थिक दबाव से जूझ रहा है ऊंचे टैक्स, बजट घाटा, और फेडरल मेडिकेड फंड में होने वाली कटौती से करीब 17 लाख लोगों पर असर पड़ सकता है. साथ ही, ट्रंप प्रशासन की इमिग्रेशन नीति का बोझ भी इसी राज्य पर ज्यादा है, क्योंकि यहां करीब 4.75 लाख अवैध प्रवासी रहते हैं.
Mikie Sherrill New Jersey New Governor: परिवार और सेवा की जड़ों से निकली कहानी
वर्जीनिया में जन्मीं और पली-बढ़ीं मिकी तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं. उनके पति जेसन हेडबर्ग निवेश बैंकर हैं. दोनों ने 2010 में मोंटक्लेयर (न्यू जर्सी) में घर बसाया. चार बच्चों और एक गोल्डन रिट्रीवर गूज के साथ शेरिल का परिवार उनकी जिंदगी की ताकत है. उनके दो बड़े बच्चे मार्गरेट और लिंकन अभी यूएस नेवल एकेडमी में पढ़ रहे हैं. तीसरा बेटा आईक हाई स्कूल में है और सबसे छोटी बेटी मेरिट मिडिल स्कूल में. हेडबर्ग मजाक में खुद को “फर्स्ट जेंटलमैन इन ट्रेनिंग” कहते हैं. शेरिल बताती हैं कि एक बार टीवी डिबेट के बाद उनकी छोटी बेटी ने पूछा कि मॉम, क्या आपने मेरा हेयर अपॉइंटमेंट कराया?
नेवी पायलट से लेकर कोर्टरूम तक
मिकी शेरिल ने 1994 में यूएस नेवल एकेडमी से पढ़ाई पूरी की. उन्होंने नौ साल तक नेवी हेलिकॉप्टर पायलट के तौर पर काम किया, यूरोप में मिशन पूरे किए और रूसी नीति अधिकारी के रूप में भी सेवा दी. उन्होंने काहिरा में अरबी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में इतिहास पढ़ा. फौज से निकलने के बाद उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली और न्यूर्क (न्यू जर्सी) में यूएस अटॉर्नी ऑफिस में बतौर फेडरल प्रॉसिक्यूटर काम किया. उनकी मेहनत और लगन को देखते हुए बराक ओबामा ने हाल ही में कहा था कि चार बच्चों की मां, देश की सेवा कर चुकी अफसर, और अब जनता की आवाज. यही तो असली सेवा भावना है.”
कांग्रेस से गवर्नर हाउस तक
मिकी शेरिल 2018 में कांग्रेस के लिए चुनी गईं. वह उस “महिला लहर” का हिस्सा थीं जिसने ट्रंप के कार्यकाल के दौरान कई सीटें पलट दी थीं. दिलचस्प बात यह है कि उनकी करीबी दोस्त एबिगेल स्पैनबर्गर, जो पहले फेडरल अफसर थीं, उसी रात वर्जीनिया की गवर्नर बनीं जब शेरिल ने न्यू जर्सी में जीत दर्ज की. अपने अभियान में शेरिल ने नारे नहीं, बल्कि व्यवहारिक वादे किए. उन्होंने कहा कि राज्य के बजट को पारदर्शी बनाया जाएगा, जनता के लिए खर्च और ठेकों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी, और बिजली दरों में हाल की 22% बढ़ोतरी को रोकने के कदम उठाए जाएंगे.
बिजली, बजट और मानसिक सेहत-तीन मोर्चे पर करेंगी काम
गवर्नर बनते ही मिकी शेरिल का पहला कदम होगा बिजली दरों पर आपातकाल. वह दरें फ्रीज करने और कंपनियों, रेगुलेटरों और उपभोक्ताओं के बीच बातचीत शुरू करने की योजना बना रही हैं. साथ ही, वह राज्य की पब्लिक यूटिलिटी बोर्ड में सुधार और नए बिजली उत्पादकों को ग्रिड से जोड़ने की प्रक्रिया आसान बनाना चाहती हैं. लेकिन उनकी नजर सिर्फ अर्थव्यवस्था पर नहीं, बल्कि लोगों की मानसिक सेहत पर भी है. वह स्कूलों में मेंटल हेल्थ सर्विसेज को मजबूत करना और क्लासरूम में मोबाइल फोन पर रोक लगाना चाहती हैं. उनका कहना है कि हमारे राज्य में मानसिक स्वास्थ्य अब संकट बन चुका है.
जनवरी में जब वह गवर्नर का पद संभालेंगी, तो उनके साथ होंगे लेफ्टिनेंट गवर्नर डेल कैल्डवेल, जो सेंटेनेरी यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष हैं. राज्य आर्थिक दबाव में है लेकिन उसकी पहचान है व्यावहारिक और दो-दलीय राजनीति की. मिकी शेरिल अपने अनुशासन, संयम और ईमानदार छवि के लिए जानी जाती हैं.
ये भी पढ़ें:
अपनी ही राष्ट्रपति की हंसती हुई फोटो नहीं देख सकते चीनी, व्हाइट हाउस ने किया वायरल
और अब शुरू होता है खेल! जोहरान ममदानी की जीत से भड़के ट्रंप, बोले- न्यूयॉर्क को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी