Heavy Rain Warning: पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन बना हुआ है और पूर्वी विदर्भ और उससे सटे दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. यह उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा है. आने वाले कुछ समय में यह एक सामान्य निम्न दबाव क्षेत्र में बदल जाएगा. कम दबाव के क्षेत्र में बदलने के कारण कई राज्यों में शनिवार (1 नवंबर) तक भारी से बहुत भारी होने की संभावना है.
पश्चिम बंगाल में भयंकर बारिश
चक्रवात मोंथा अब धीरे-धीरे कमजोर होकर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. इसके कारण पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में शनिवार (एक नवंबर) तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया गया है कि दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर बना यह कम दबाव का क्षेत्र उत्तर दिशा में पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगा और इस दौरान यह आगे और कमजोर हो जाएगा. मौसम विभाग ने कहा कि शुक्रवार को उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश (7 से 20 सेमी) और मालदा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर में 7 से 11 सेमी बारिश होने की संभावना है. वहीं, शनिवार को अलीपुरद्वार और कूचबिहार में भी भारी बारिश होने की संभावना है.
राजस्थान में कई जगह हल्की बारिश, तापमान में आई गिरावट
मौसम की करवट के कारण राजस्थान के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी रह सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के उदयपुर, कोटा और आसपास के जिले में अगले तीन-चार दिन बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. बाकी अधिकांश भागों में 31 अक्टूबर से आगामी तीन-चार दिन मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है. मौसम केंद्र के अनुसार, बारिश के प्रभाव से दक्षिणी व पूर्वी भागों में अधिकतम तापमान में 5 से 12 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है.
कई इलाकों में चल सकती है तूफानी हवा
मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी विदर्भ, तेलंगाना के उत्तरी हिस्सों और आसपास के पश्चिमी ओडिशा में 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तूफानी हवाएं चलने की संभावना है. 31 अक्टूबर तक पूर्वी मध्य अरब सागर में सिस्टम केंद्र के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने की संभावना है. 31 अक्टूबर तक उत्तर-पूर्वी अरब सागर और महाराष्ट्र और गुजरात तटों के साथ और आसपास 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी मौसम रहने की बहुत अधिक संभावना है.
समुद्र की कैसी रहेगी स्थिति?
मौसम विभाग के मुताबिक 31 अक्टूबर तक पूर्वी मध्य और उत्तर-पूर्वी अरब सागर, महाराष्ट्र और गुजरात तटों के साथ-साथ आसपास समुद्र की स्थिति खराब से बहुत खराब रहने की संभावना है.
मछुआरों के लिए चेतावनी
आईएमडी ने खराब मौसम को देखते हुए मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है. 31 अक्टूबर को उत्तरी कोंकण तट पर न जाने की सलाह दी गई है. 31 अक्टूबर से 2 नवंबर के दौरान गुजरात तट, पूर्वी मध्य अरब सागर के तट पर न जाने की सलाह दी गई है. मछुआरों को यह भी सलाह दी गई है कि 1 से 4 नवंबर के दौरान बंगाल की खाड़ी के उत्तरी अंडमान सागर पर 2 नवंबर को न जाएं. 3 नवंबर को उत्तरी अंडमान सागर, पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के पूर्वी हिस्से और आसपास के उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर न जाएं.
 
						 
			