Bihar News: बिहार में नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र में शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान एक दुखद हादसा हुआ. हथियाखाड़ के पास पंचाने नदी में स्नान करते समय तीन बच्चे तेज बहाव में बह गए. घटना ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी और परिवारों में मातम फैल गया. मृतकों की पहचान मंदीप, सागर और मोहित के रूप में हुई है. सभी बच्चे झींगनगर मोहल्ले के निवासी थे.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताई पूरी कहानी
स्थानीय लोगों के अनुसार पूजा समिति मूर्ति विसर्जन की तैयारी कर रही थी और लोग मां काली की आरती में व्यस्त थे. इसी दौरान बच्चे नदी में नहाने उतर गए. अचानक पानी की तेज धारा ने चार बच्चों को बहा लिया. इनमें से एक बच्चा किनारे पर बच गया, लेकिन तीन बच्चे गहरे पानी में डूब गए. ग्रामीणों ने तुरंत बचाव का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए.
दीपनगर थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि प्रशासन ने विसर्जन के लिए सुरक्षित स्थल पहले से तय किया था. लेकिन झींगनगर पूजा समिति ने हथियाखाड़ के पास ही मूर्ति विसर्जन का आयोजन किया. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे. SDRF की टीम गोताखोरों के साथ बच्चों की तलाश में जुटी.
हादसे के बाद पूरा गांव शोक में डूबा
इस हादसे ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है. स्थानीय लोग बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं. मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है. लोगों का आरोप है कि पूजा समिति ने प्रशासन की अनुमति के बावजूद सुरक्षित स्थल की अनदेखी की. पुलिस और प्रशासन हादसे की जांच कर रहे हैं. SDRF की टीम अभी भी नदी में बच्चों की तलाश कर रही है. हादसे के बाद भविष्य में मूर्ति विसर्जन आयोजनों में सुरक्षा उपाय सख्त करने की संभावना जताई जा रही है.
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