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कमॉन इंडिया! फाइनल में एक पंच और बेहाल हो जाएगा पाकिस्तान, फाइनल से पहले स्ट्रेंथ और वीकनेस पर दौड़ा लें एक नजर


Asia Cup 2025 Final IND vs PAK: एशिया कप 2025 का फाइनल रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा. जीत ही सब कुछ नहीं होती, लेकिन रविवार को जब 11 भारतीय खिलाड़ी एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे, तो उनका एकमात्र लक्ष्य विजय हासिल करना होगा. यह मुकाबला क्रिकेट के लिहाज से जितना अहम है, उतना ही मैदान के बाहर के तनाव और राजनीति के कारण भी सुर्खियों में है. मशहूर अमेरिकी लेखक और राजनीतिक कार्यकर्ता माइक मार्कुसी के शब्दों में यह ‘बिना गोलीबारी का युद्ध’ जैसा है, जो एक बार फिर यह बात सच होता दिख रहा है. भारत-पाक भिड़ंत हमेशा से रोमांचक रही है, लेकिन शायद ही कभी यह इतनी अशांत पृष्ठभूमि में खेली गई हो, जब मैदान से बाहर का तनाव, भड़काऊ बयानबाजी और आईसीसी की पेनाल्टी तक चर्चा का हिस्सा बने हों. 

दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव, खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएं और आईसीसी की पेनाल्टी तक इस मैच को सिर्फ खेल से कहीं ज्यादा बना रही हैं. इसके बावजूद क्रिकेट का रोमांच अपने चरम पर है और करोड़ों दर्शकों की नजरें इस भिड़ंत पर टिकी हैं. फिर भी क्रिकेट की खूबसूरती अपनी जगह कायम है. इस बीच सुर्खियां बटोरी हैं अभिषेक शर्मा के 200 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट और कुलदीप यादव के 13 विकेट ने. हालांकि अफसोस की बात यह है कि ऐसी उपलब्धियां भी अक्सर विवाद और टकराव के शोर में दबकर रह जाती हैं.

विवाद की शुरुआत और भड़काते रहे मंत्री जी

विवाद की शुरुआत भारत की पहले मैच में ‘हाथ नहीं मिलाने की’ नीति से हुई जब कप्तान सूर्यकुमार यादव टॉस के समय और मैच के बाद हाथ मिलाए बिना चले गए. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस राऊफ ने तानों, अपशब्दों और यहां तक कि विमान दुर्घटना का इशारा करके जवाब दिया, जिससे एक ऐसा बवाल मचा कि दोनों ही आईसीसी की जांच के घेरे में आ गए और उन पर 30 प्रतिशत का जुर्माना लगाया गया. आग में घी डालने का काम करते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी अपनी ‘एक्स’ टाइमलाइन पर लगातार रहस्यमय लेकिन भड़काऊ पोस्ट डालते रहे हैं. नकवी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और एशियाई क्रिकेट परिषद के प्रमुख भी हैं. 

अजेय भारत हो संघर्षरत पाकिस्तान फाइनल ही मायने रखता है

टूर्नामेंट में अब तक भारत का सफर लगभग अजेय रहा है. टीम इंडिया ने लगातार छह मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई, जिसमें श्रीलंका ही एकमात्र टीम रही जिसने उसे सुपर ओवर तक धकेला. दूसरी ओर, पाकिस्तान का अभियान उतना प्रभावी नहीं रहा और वह उतार-चढ़ाव से गुजरते हुए फाइनल तक पहुंचा. कोच माइक हेसन ने भी स्वीकार किया कि उनकी टीम संघर्ष के बावजूद यहां तक पहुंची है और अब सिर्फ फाइनल ही मायने रखता है. भारत की ओर से गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा, “अब सुंदरता मायने नहीं रखती, बदसूरत जीत भी जीत होती है.” यह बयान बताता है कि टीम इंडिया भी पूरी ताकत झोंकने के मूड में है.

फिटनेस और नॉन परफॉर्मिंग खिलाड़ी

खिलाड़ियों की फिटनेस भी इस मुकाबले का अहम पहलू बन गई है. श्रीलंका के खिलाफ मैच में हार्दिक पंड्या को पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण एक ओवर के बाद ही मैदान छोड़ना पड़ा था. वहीं, फॉर्म में चल रहे ओपनर अभिषेक शर्मा भी गर्मी के कारण ऐंठन से जूझते दिखे. तिलक वर्मा भी मैदान से बाहर जाते नजर आए थे. हालांकि कोच मोर्कल ने राहत दी कि अभिषेक पूरी तरह फिट हैं और हार्दिक पर भी मेडिकल टीम की नजर है. यह भारतीय टीम के लिए राहत की खबर है क्योंकि अभिषेक ने इस टूर्नामेंट में अब तक 309 रन बनाकर अपनी भूमिका सबसे बड़े मैच-विनर के रूप में साबित की है. उनके बाद तिलक वर्मा 144 रन के साथ काफी पीछे हैं, जो बताता है कि भारत की बल्लेबाजी में किस कदर अभिषेक पर निर्भरता बढ़ गई है.

पाकिस्तान की कमजोरी

वहीं, पाकिस्तान की टीम कई कमजोरियों से जूझ रही है. उनके बल्लेबाजी क्रम की नाकामी साफ झलक रही है. जसप्रीत बुमराह को कुछ समय परेशान करने वाले साहिबजादा फरहान के अलावा अन्य बल्लेबाज दमदार प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. खासकर अयूब का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जो चार बार शून्य पर आउट हुए और एक समय तो उनके नाम विकेटों से कम रन दर्ज थे. हुसैन तलत और कप्तान सलमान अली आगा भी स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष करते दिखे. ऐसे में पाकिस्तान की उम्मीदें एक बार फिर शाहीन अफरीदी और हारिस राऊफ की धारदार गेंदबाजी पर टिकी होंगी. अगर वे भारतीय शीर्ष क्रम को पावरप्ले में ध्वस्त कर देते हैं, तो मैच कम स्कोर वाला बन सकता है. लेकिन इन दोनों को अच्छे सहयोगी गेंदबाजों की कमी खल रही है.

भारत के लिए केवल पाकिस्तान पर जीत ही स्वीकार्य नतीजा

इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में दोनों टीमों की रणनीति बेहद अहम होगी. भारत जहां अभिषेक शर्मा और पावरप्ले की तेज शुरुआत पर भरोसा करेगा, वहीं पाकिस्तान का दारोमदार अपने तेज गेंदबाजों पर होगा. कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती की फिरकी भी निर्णायक साबित हो सकती है. लेकिन अभिषेक पर भारत की अत्यधिक निर्भरता की तरह शाहीन और राऊफ को भी अच्छे साथी गेंदबाजों की कमी खल रही है. रविवार के मुकाबले को शायद शिष्टाचार के लिए कम और नतीजे के लिए अधिक याद किया जाएगा. दोनों देशों के बीच यह मैच सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है, बल्कि सम्मान और राजनीतिक प्रतीकात्मकता का भी मामला है. अंततः, नतीजे चाहे जैसे हों, लेकिन भारत को सिर्फ जीत ही सारी प्रशंसा दिलाएगी. जैसा कि एक पुरानी कहावत है, ‘‘अंत भला तो सब भला.’’ भारत के लिए केवल एक ही स्वीकार्य अंत है: पाकिस्तान पर जीत, चाहे वह अच्छी लगे या खराब. 

IND vs PAK फाइनल मुकाबले लिए दोनों टीमें इस प्रकार हैं

भारत: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जितेश शर्मा, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, संजू सैमसन, हर्षित राणा और रिंकू सिंह. 

पाकिस्तान: सलमान अली आगा (कप्तान), अबरार अहमद, फहीम अशरफ, फखर जमां, हारिस राऊफ, हसन अली, हसन नवाज, हुसैन तलत, खुशदिल शाह, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नवाज, मोहम्मद वसीम जूनियर, साहिबजादा फरहान, सईम अयूब, सलमान मिर्जा, शाहीन अफरीदी और सुफयान मोकिम. समय: मैच भारतीय समयानुसार रात आठ बजे से खेला जाएगा.