DUSU Election: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव 2025-26 की मतगणना शुक्रवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गई. एक बार फिर डूसू चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) का दबदबा कायम रहा. छात्र संघ के चुनाव में चार महत्वपूर्ण सीट में से तीन पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया और डीयू में अपना प्रभाव बरकरार रखा. डीयू प्रशासन के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए कुल 59882 मतों में से 28841 मत लेकर एबीवीपी आर्यन मान विजेता रहे जबकि एनएसयूआई की प्रत्याशी जोसलीन नंदिता चौधरी को 12645 मत ही प्राप्त हुए. उपाध्यक्ष पद के लिए कुल प्राप्त 59869 मतों में से 29339 मत एनएसयूआई के राहुल झांसला विजेता रहे जबकि एबीवीपी प्रत्याशी गोविंद तंवर 20547 मत प्राप्त दूसरे स्थान पर रहे. सचिव पद पर कुल प्राप्त 59863 मतों में से एबीवीपी के कुणाल चौधरी को 23779 मत हासिल हुए, जबकि एनएसयूआई उम्मीदवार कबीर 16117 मत हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे.
वहीं संयुक्त सचिव पद पर पड़े कुल 59919 मतों में से 21825 मत प्राप्त कर एबीवीपी की दीपिका झा विजेता रही जबकि एनएसयूआई प्रत्याशी को 17380 मत प्राप्त हासिल हुए. डूसू चुनाव 2025-26 के लिए नियुक्त मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर राज किशोर शर्मा ने कहा कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए 9, उपाध्यक्ष के लिए 3, सचिव पद के लिए 4 और संयुक्त सचिव पद के लिए 5 उम्मीदवार मैदान में थे. अध्यक्ष पद के के लिए प्राप्त कुल 59882 मतों में से अंजलि को 5385, अनुज कुमार को 1028, आर्यन मान को 28841, दिव्यांशु सिंह यादव को 1513, जोसलीन नंदिता चौधरी को 12645, राहुल कुमार को 724, हिमांशी को 5522, योगेश मीना को 514 और अभिषेक कुमार 535 मत प्राप्त हुए, जबकि 3175 छात्रों ने नोटा को चुना।
भाजपा ने बताया राष्ट्रवाद की जीत
डूसू चुनावों में एबीवीपी ने शानदार जीत हासिल की है. एबीवीपी के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि यह युवा पीढ़ी ने ‘राष्ट्र प्रथम’ के संदेश को मजबूत बनाती है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट पर एबीवीपी को डूसू चुनावों में अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों पर जीत हासिल करने पर बधाई देते हुए नड्डा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से प्रेरित होकर एबीवीपी ने हमेशा युवाओं को राष्ट्रवाद और नि:स्वार्थ सेवा की भावना से प्रेरित किया है. यह जीत दर्शाती है कि आज की युवा पीढ़ी ने ‘राष्ट्र प्रथम’ के संदेश को अपनाया है, जो भारत को उज्ज्वल और मजबूत भविष्य की ओर ले जाएगी. गौरतलब है कि कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई ने चुनाव में घांघली को आरोप लगाया है.
एनएसयूआई का कहना है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए ईवीएम से छेड़छाड़ की गयी है. हालांकि पिछले चुनाव में एनएसयूआई दाे प्रमुख सीट पर चुनाव जीतने में कामयाब रही. लेकिन पिछले कुछ साल से डूसू चुनाव में एबीवीपी अपना दबदबा बनाए रखने में कामयाब रही है. खास बात है कि इस बार अध्यक्ष पद पर चुनाव जीतने वाले आर्यन मान संपन्न परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके परिवार की कुल संपत्ति लगभग 1600 करोड़ रुपये है.