China World Largest Railway Station: रेलवे स्टेशन सुनते ही दिमाग में आता है कि भीड़-भाड़, लंबी कतारें और भाग-दौड़. लेकिन चीन ने इस छवि को पूरी तरह बदल दिया है. चोंगकिंग ईस्ट रेलवे स्टेशन अब दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बन चुका है. ये सिर्फ बड़ा स्टेशन नहीं है, बल्कि इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर का कमाल, आधुनिक तकनीक और यात्रियों की सुविधा का बेजोड़ मिश्रण है. चोंगकिंग ईस्ट रेलवे स्टेशन 1.22 मिलियन स्क्वायर मीटर में फैला है. समझने के लिए, ये 170 फुटबॉल फील्ड्स के बराबर है और न्यूयॉर्क के ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल से पांच गुना बड़ा.
चोंगकिंग ईस्ट स्टेशन बनाने पर चीन ने उड़ा दिए लगभग 65,000 करोड़ रुपये (5.8 बिलियन पाउंड). यह स्टेशन सिर्फ यात्रा का ठिकाना नहीं, बल्कि चीन की हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का स्टार प्रोजेक्ट है. निर्माण 2022 में शुरू हुआ और 2025 तक ये पूरी तरह तैयार हो गया. इतनी बड़ी मशीनरी, इंजीनियरिंग और तकनीक का मेल चीन की शक्ति का असली आईना है. रोजाना लगभग 3,84,000 यात्री इस स्टेशन से गुजरते हैं. इतनी विशालता और यात्री क्षमता इसे वैश्विक स्तर पर अनोखा बनाती है.
China World Largest Railway Station in Hindi: स्थानीय संस्कृति की झलक – डिजाइन में
चोंगकिंग ईस्ट रेलवे स्टेशन अपनी भव्यता और आधुनिक सुविधाओं के साथ यात्रियों को एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है. स्टेशन की खूबसूरती केवल बड़े पैमाने पर ही नहीं बल्कि डिजाइन और स्थानीय संस्कृति में भी झलकती है. इसमें हुएंग जुए-इंस्पायर्ड पिलर हैं, जो स्थानीय हुआंग जुए पेड़ की याद दिलाते हैं, साथ ही कैमेलिया-स्टाइल एयर कंडीशनिंग यूनिट्स पर्यावरण के अनुकूल और आकर्षक हैं. छत में लगे बड़े ग्लास पैनल यानी स्काइलाइट पैनल्स पूरे दिन प्राकृतिक रोशनी प्रदान करते हैं. तीन लेवल में फैले इस कॉम्प्लेक्स में 15 प्लेटफॉर्म और 29 रेलवे ट्रैक हैं, जिससे पीक आवर्स में भी यातायात सहज और तेज रहता है.
यात्रियों का अनुभव – एयरपोर्ट जैसा महसूस
स्टेशन यात्रा को एयरपोर्ट जैसी सुविधा और आराम का अनुभव देता है, जहां एक घंटे में 16,000 यात्रियों को आराम से संभाला जा सकता है. डिजिटल सूचना बोर्ड, मल्टी-लैंग्वेज हेल्प सिस्टम और हाई-स्पीड Wi-Fi जैसी आधुनिक तकनीकें इसे स्मार्ट बनाती हैं. इसके अलावा, स्टेशन में मैकडॉनल्ड्स और KFC जैसी अंतरराष्ट्रीय फूड चेन के साथ-साथ स्थानीय चोंगकिंग व्यंजन भी उपलब्ध हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए पर्याप्त सीटें, मोबाइल चार्जिंग स्टेशन, सुरक्षित लॉकर और व्हीलचेयर एक्सेसिबिलिटी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऑन-ग्राउंड सुरक्षा और बायोमेट्रिक स्कैनिंग भी मौजूद है, जिससे यात्रा पूरी तरह सुरक्षित और आरामदायक बनती है.
हाई-स्पीड रेल का धमाका
चाइना डिस्कवरी के अनुसार, पहले झांगजियाजे जाने में आधा दिन लग जाता था, अब नई चोंगकिंग-शियामेन लाइन से बस 2 घंटे. चोंगकिंग ईस्ट से 7 बड़ी हाई-स्पीड लाइनें जुड़ी हैं, यानि ट्रैवल और टूरिज्म दोनों का गेम बदल गया है. फुक्सिंग बुलेट ट्रेन में बैठो और 350 km/h की रफ्तार, स्मूद सफर और खिड़की के बाहर कभी शहर की भीड़, तो कभी पहाड़-नदी का नजारा. पूरा सफर बन जाता है ट्रैवल और एंटरटेनमेंट का कॉम्बो है ये रूट.
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चीन का हाई-स्पीड रेल हब
चोंगकिंग ईस्ट रेलवे स्टेशन चीन की हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का प्रमुख हिस्सा है. यहाँ से बीजिंग, शंघाई, शेनझेन और गुआंगजौ जैसी बड़ी जगहों के लिए ट्रेनें चलती हैं, जो सिर्फ 6-8 घंटे में अपनी मंजिल तक पहुंचती हैं. हाल ही में लॉन्च हुई चोंगकिंग-झांगजियाजी लाइन ने यात्रा का समय लगभग 2.5 घंटे कम कर दिया है. मेट्रो से कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित की गई है, जिससे लोकल ट्रैवल आसान और तेज हो गया है.
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सिर्फ स्टेशन नहीं, एक पूरा अनुभव है
चोंगकिंग ईस्ट रेलवे स्टेशन सिर्फ ट्रांसपोर्ट हब नहीं है. ये सुविधा, सुरक्षा और आधुनिकता का मिश्रण है. यहां यात्रा करना मतलब सिर्फ ट्रेन पकड़ना नहीं, बल्कि एक अनुभव लेना है. इतनी विशालता, आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक डिजाइन के साथ, चोंगकिंग ईस्ट रेलवे स्टेशन न सिर्फ चीन की इंजीनियरिंग ताकत को दिखाता है, बल्कि यह बताता है कि भविष्य में रेलवे स्टेशनों का मतलब सिर्फ यात्रा नहीं, बल्कि एक पूर्ण अनुभव होगा.