Ocean Gold Hidden Treasure: समुद्र सिर्फ पानी और लहरों का घर लगता है, लेकिन वैज्ञानिक कहते हैं कि इसके अंदर एक खजाना छुपा है वो भी सोने का! अंदाजा है कि समुद्र में लगभग 20 मिलियन टन सोना घुला हुआ है, जिसकी कीमत कागज पर $2 क्वाड्रिलियन से भी ज्यादा हो सकती है. सुनने में यह लगभग अवास्तविक लगता है, लेकिन यहां सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि यह सोना चंक्स या नगेट्स में नहीं, बल्कि सूक्ष्म अणुओं में बिखरा हुआ है. इतना पतला कि शायद इसे कभी सीधे निकाल पाना संभव न हो.
Ocean Gold Hidden Treasure: सोना समुद्र में कैसे पहुंचा?
समुंदर में सोना अचानक नहीं आया. यह लाखों सालों के प्राकृतिक प्रोसेस का नतीजा है. जैसे कि भूमि अपरदन, बारिश और नदियां धीरे-धीरे चट्टानों को तोड़ती हैं, और उनमें छुपा सोना समुद्र तक पहुंच जाता है. हाइड्रोथर्मल वेंट्स जो समुद्र की तह में, जहां टेक्टोनिक प्लेट्स मिलती हैं, वहां से गर्म और खनिजों से भरे पानी के साथ सोना घुलकर बाहर आता है. हवा की भूमिका भी हवा सोने की महीन धूल को दूर तक उड़ाकर अंततः समुद्र में डाल देती है. लेकिन सोने की सघनता बेहद कम है. अर्थ एंड प्लैनेटरी साइंस लेटर्स में प्रकाशित और पोलर साइंटिस्ट केली फॉल्कनर द्वारा समर्थित रिसर्च के अनुसार, प्रत्येक लीटर पानी में केवल कुछ ट्रिलियनवें हिस्से का ग्राम सोना होता है. इसका मतलब है कि एक ग्राम सोने के लिए 100 मिलियन मीट्रिक टन समुद्र का पानी चाहिए.
Ocean Gold Hidden Treasure: समुद्री सोने को निकालना क्यों मुश्किल है?
सबसे बड़ी चुनौती है मापन और तकनीक. इतना सूक्ष्म सोना मापने के लिए सुपर-फिल्टर्ड लैब्स और स्पेशल बॉटल्स की जरूरत होती है. पहले शोधकर्ता सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन तकनीक का इस्तेमाल करते थे, लेकिन यह निकालने के लिए पर्याप्त नहीं थी. हाल ही में, अमेरिकन केमिकल सोसाइटी जर्नल में 2018 में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया कि sponge-जैसे मटेरियल से सोना सोखने का तरीका सुझाया गया, लेकिन इसे मुनाफे के लिए बड़े स्तर पर लागू करना अभी नामुमकिन है. संक्षेप में, सोना समुद्र में है, लेकिन आर्थिक रूप से निकालना संभव नहीं.
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समुद्र की तह में सोना
समुद्र की तह में सोना ज्यादा सघन रूप में पाया जाता है. यह फाइड डिपॉजिट्स और मिनरल क्रस्ट्स में बंधा होता है, खासकर हाइड्रोथर्मल वेंट्स के पास. लेकिन यह सोना एक-दो मील गहरे और कठोर चट्टानों में छुपा है. ROVs इसे पहुंच सकते हैं, लेकिन आमतौर पर केवल शोध नमूने ही ले आते हैं. इसे निकालना तकनीकी चुनौती और पर्यावरणीय खतरे दोनों के कारण मुश्किल है.
शोध और रहस्य
अर्थ डॉट कॉम के अनुसार, वैज्ञानिक अब भी समुद्र में सोने के चक्र को समझने की कोशिश कर रहे हैं. कुल मिलाकर समुद्र में घुला सोना लगभग 14 मिलियन किलो है और इसका “residence time” लगभग 220 साल है. यानी एक बार सोना समुद्र में आने के बाद सदीयों तक वहीं रहता है. हाइड्रोथर्मल वेंट्स से आने वाला सोना अधिकांशतः अपने स्रोत के पास नहीं टिकता; यह गहरे समुद्र की ओर बहकर सीफ्लोर पर जमा होता है.
वैज्ञानिकों का अगला कदम है कि बेहतर टाइम-सीरीज डेटा इकट्ठा करना, पार्टिकल केमिस्ट्री स्टडीज को सुधारना और स्मार्ट सेंसर्स से बदलाव ट्रैक करना. ये कह सकते हैं कि समुद्र का सोना अभी हमारी पहुंच से बाहर है. इसे निकाल पाना फिलहाल एक फैंटेसी है. लेकिन यह वैज्ञानिक कहानी निराशाजनक नहीं है. यह धैर्य, सटीक माप और तकनीक के लगातार सुधार की कहानी है, जो हमें हमारी पृथ्वी को बेहतर समझने में मदद करती है.
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