Kerala Students Protest: केरल के छात्रों ने पुलिस राज का आरोप लगाते हुए भारी विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस जवानों के साथ झड़प भी हुई. पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें कीं. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्र संघ के सदस्यों को हिरासत में भी लिया. छात्र लगातार मुख्यमंत्री से गृह मंत्री पद छोड़ने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने अपने प्रदर्शन के दौरान राज्य में ‘पुलिस राज’ का आरोप भी लगाया.
हिरासत में यातना को लेकर यूडीएफ ने भी सरकार को घोरा
हिरासत में यातना की कथित घटना को लेकर कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने मंगलवार को राज्य सरकार पर हमला बोला था. यूडीएफ ने भी मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से गृह विभाग का प्रभार छोड़ने की मांग की थी. कांग्रेस विधायकों ने अपनी मांग करते हुए मांग की थी कि मुख्यमंत्री गृह विभाग छोड़ दें, नहीं तो विभाग की खराब स्थिति के लिए उन्हें ही जिम्मेदार माना जाएगा.
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोप पर बताया- अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की गई
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में हिरासत में यातना के मामलों में कथित वृद्धि के संबंध में विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर सदन में चर्चा के दौरान कहा था कि अधिकारी के खिलाफ शिकायत मिलने पर उसे तुरंत त्रिशूर शहर यातायात प्रवर्तन इकाई में स्थानांतरित कर दिया गया था. घटना के समय पीची थाना प्रभारी पीएम रथीश थे.
क्या है मामला?
दो साल पहले त्रिशूर में एक रेस्तरां के कर्मचारियों की कथित रूप से पिटाई की गई थी. इस मामले में केरल पुलिस ने मंगलवार को एक अधिकारी को निलंबित कर दिया. रेस्तरां के मालिक और ‘लैली ग्रुप’ के प्रबंध निदेशक केपी ओसेफ के अनुसार, 24 मई, 2023 को पीची थाने के अंदर उनके कर्मचारियों की कथित तौर पर पिटाई की गयी थी. उन्होंने घटना का सीसीटीवी फुटेज जारी किया था. ओसेफ के अनुसार, यह घटना पलक्कड़ के धिनीश और पट्टीकाड स्थित उनके रेस्टोरेंट के कुछ कर्मचारियों के बीच हुई बहस के बाद शुरू हुई. धिनीश ने बाद में पीची पुलिस से संपर्क किया और दावा किया कि होटल के कर्मचारियों ने उन पर हमला किया. ओसेफ के अनुसार, यह घटना पलक्कड़ के धिनेश और पट्टीकाड स्थित उनके रेस्तरां के कुछ कर्मचारियों के बीच हुई कहासुनी के बाद शुरू हुई. ओसेफ ने आरोप लगाया, “जल्द ही मेरे होटल प्रबंधक रोनी जॉनी और चालक लिबिन फिलिप को थाने बुलाया गया। वहां उपनिरीक्षक पीएम रथीश ने उन दोनों को पीटा. जब मेरा बेटा पॉल जोसेफ थाने पहुंचा, तो उसे हवालात में बंद कर दिया गया.”