Election Commission : मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर राहुल गांधी के आरोपों को चुनाव आयोग ने सिरे से खारिज किया है. आयोग ने कहा कि गांधी का दावा कि वोट ऑनलाइन हटाए जा सकते हैं, पूरी तरह गलत और निराधार है. किसी भी व्यक्ति का नाम बिना उसकी बात सुने सूची से हटाया नहीं जा सकता. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि किसी भी वोट को ऑनलाइन किसी के द्वारा हटाना संभव नहीं है और इस तरह की धारणा भ्रामक है.
आयोग के जवाब से पहले राहुल गांधी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार पर ‘‘वोट चोरों’’ और ‘‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’’ को बचाने का आरोप लगाया. यही नहीं कांग्रेस नेता ने कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि चुनाव से पहले कांग्रेस समर्थकों के वोट सुनियोजित तरीके से हटाए जा रहे थे.
चुनाव आयोग को लेकर क्या कहा राहुल गांधी ने
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के आलंद विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस के मतदाताओं के नाम हटाने का प्रयास सुनियोजित तरीके से किया गया. उनके अनुसार, जिनके नाम हटाने के प्रयास हुए और जिनके नाम का इस्तेमाल कर नाम हटाने के आवेदन दिए गए, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी.
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कांग्रेस नेता ने कहा कि यह “हाइड्रोजन बम” नहीं है और वह आगे आने वाला है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सीईसी ज्ञानेश कुमार भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने और “लोकतंत्र की हत्या करने वालों” की रक्षा कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा, ” मैं अपने लोकतंत्र, देश और संविधान से बहुत प्रेम करता हूं और ऐसी कोई बात नहीं करूंगा जो तथ्यों पर आधारित नहीं हो.”