Dubai Budget Travel: दुबई का नाम सुनते ही आंखों के सामने तैरती हैं ऊंची-ऊंची इमारतें, चमचमाते मॉल, गोल्ड से लदी दुकानों की कतारें और दुनिया की सबसे ऊंची इमारत, बुर्ज खलीफा. आम धारणा यही है कि दुबई घूमना मतलब जेब में ढेर सारा पैसा होना चाहिए. लोग मानते हैं कि यहां सिर्फ वही मजे कर सकता है, जिसके पास डॉलर और दिरहम की बारिश करने लायक खजाना हो.
लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या मिडिल क्लास जेब वाला आदमी दुबई का मजा नहीं ले सकता? क्या 1000 रुपए में वहां एक दिन गुजारा जा सकता है? इसी सवाल का जवाब ढूंढने निकले यूट्यूबर कeश चौधरी. उन्होंने अपने वीडियो में प्रयोग किया कि “दुबई में सिर्फ 1000 रुपए (करीब 41-42 दिरहम) में पूरा दिन कैसे बिताया जा सकता है?” और जो नतीजा निकला, उसने सबको हैरान कर दिया.
1 दिरहम की नाव की सवारी
चौधरी ने अपनी सुबह की शुरुआत की दुबई के बोट स्टेशन से. यहां से चलती है पारंपरिक लकड़ी की नाव अबर्रा. किराया? बस 1 दिरहम. उन्होंने कहा कि “इतना सस्ता और मजेदार अनुभव, ऊपर से बोट से दिखता दुबई का खूबसूरत नजारा.” मतलब, दिन की शुरुआत ही पैसा वसूल अंदाज में. इसके बाद बारी आई नाश्ते की. चौधरी पहुंच गए देसी डेरा नाम के रेस्टोरेंट में, जो भारतीय खाने के लिए मशहूर है.
यहां उन्होंने ऑर्डर किया, बड़ा-सा आलू पराठा (जिसे लोग ‘बेबी पराठा’ कहते हैं) और साथ में दूध वाली ताजा चाय. कुल खर्च? 11 दिरहम. ऊपर से पानी की बोतल 1.5 दिरहम. यानि नाश्ता जम गया सिर्फ 12 दिरहम में. चौधरी बोले कि “चाय की चुस्की ने सुबह का मूड ही बदल दिया.” थोड़ा घूमते-घूमते उनकी नजर पड़ी दुकानों पर, जहां फ्रूट टी और चॉकलेट्स बिक रहे थे. खासियत ये थी कि कई चॉकलेट्स टर्की और ईरान से आयात की गई थीं. स्वाद भी अलग और दाम भी कम. चौधरी ने यहां 10 दिरहम खर्च किए. अब तक का कुल खर्च आया 22 दिरहम.
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Dubai Budget Travel: मेट्रो पकड़कर बुर्ज खलीफा
अब बारी थी दुबई की शान बुर्ज खलीफा देखने की. इसके लिए चौधरी ने दुबई मेट्रो का सहारा लिया. किराया पड़ा 8 दिरहम. और जब वो बुर्ज खलीफा के सामने खड़े हुए, तो बोले कि “जेब भले हल्की है, लेकिन मजा पूरा लग्जरी जैसा.” इस सफर के बाद खर्च पहुंच गया 36 दिरहम. पूरा दिन खत्म होने तक चौधरी ने खर्च किया लगभग 44-45 दिरहम, यानी करीब 1,000. इसमें नाश्ता, मिठाई-चॉकलेट शॉपिंग, बोट राइड, मेट्रो का सफर और दुबई मॉल में थोड़ी-बहुत खरीदारी सब शामिल था.
खाने का हिसाब
एक बार का खाना पड़ा 10-15 दिरहम. मतलब, 1000 रुपए के बजट में कोई शख्स 2-3 बार पेटभर खाना खा सकता है, बशर्ते वो देसी डेरा जैसे बजट रेस्टोरेंट चुने. लेकिन अगर आप किसी लक्जरी होटल में घुस गए, तो वहां सिर्फ एक प्लेट खाना ही 100 दिरहम से ऊपर का पड़ेगा. काश चौधरी का ये प्रयोग साबित करता है कि दुबई सिर्फ अमीरों का अड्डा नहीं है. थोड़ी समझदारी और जुगाड़ से वहां भी आप 1,000 में नाव की सवारी, पेटभर पराठा, बुर्ज खलीफा का नजारा और चॉकलेट शॉपिंग सब कर सकते हैं. यानी, दुबई घूमने का सपना अब मिडिल क्लास जेब वाले के लिए भी नामुमकिन नहीं रहा.
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