Health: दिल्ली और एनसीआर में बारिश के बाद डेंगू और चिकनगुनिया के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हर साल बारिश के बाद डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं और इसके कारण कई लोगों को जान गंवानी पड़ती है. इस बार दिल्ली और एनसीआर में सामान्य से अधिक बारिश हुई है और दिल्ली के कई इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ा है. लेकिन अब हालात सामान्य होने के बाद इन इलाकों में डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा काफी बढ़ गया है.
इस समस्या से निपटने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया. बैठक में दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के स्वास्थ्य एवं शहरी विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ट अधिकारी मौजूद रहे.
बैठक में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह , केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव, दिल्ली नगर निगम के मेयर राजा इकबाल सिंह, गाजियाबाद नगर निगम की मेयर सुनीता दयाल के अलावा एम्स नयी दिल्ली के निदेशक डॉक्टर एम श्रीनिवास, सफदरजंग, आरएमएल और एलएचएमसी अस्पतालों के प्रतिनिधि, दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद के कमिश्नर और अन्य अधिकारी शामिल हुए.
डेंगू से निपटने के लिए आम लोगों की सहभागिता पर दिया गया जोर
दिल्ली, एनसीआर में डेंगू, चिकनगुनिया के मामले में वृद्धि दर्ज की गयी है. लेकिन समय के साथ इससे होने वाली मौत की संख्या में कमी आयी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2024 के मुकाबले वर्ष 2025 में डेंगू और अन्य रोगों की संख्या में काफी कमी आयी है. जेपी नड्डा ने राज्यों और केंद्र के समन्वित प्रयासों, जन चेतना के जरिये जनभागीदारी ही डेंगू पर नियंत्रण करने की कोशिश शुरू की है. नड्डा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यों और एजेंसियों से सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने, घर-घर निरीक्षण और मच्छर प्रजनन स्थलों को खत्म करने के लिए अभियान तेज करने करना होगा. दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
छोटे बच्चे से लेकर आम लोगों को मिलकर उससे मुकाबला करने की जरूरत है. संभावित खतरे को देखते हुए दिल्ली और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही है और आने वाले समय में इसका सकारात्मक असर दिखेगा. सरकार की कोशिश डेंगू और चिकनगुनिया पर प्रभावी रोक लगाना है. दिल्ली और केंद्र सरकार इस समस्या से निपटने के लिए मिलकर काम करने का फैसला लिया है.