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शिक्षा विभाग के बड़े अफसर पर विजिलेंस का शिकंजा, करोड़ों की संपत्ति जांच के घेरे में


Bihar News: मुजफ्फरपुर, बिहार के शिक्षा विभाग में गुरुवार को बड़ा तनाव उत्पन्न हो गया जब स्पेशल विजीलेंस यूनिट (SVU) ने तिरहुत प्रमंडल के रीजनल डिप्टी डायरेक्टर (RDD) के कई ठिकानों पर छापेमारी की.

अधिकारियों पर 3.75 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति रखने का गंभीर आरोप है. पटना, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में किए गए इस तलाशी अभियान ने विभाग के अंदर हड़कंप मचा दिया.

SVU की कार्रवाई: कई शहरों में एक साथ छापेमारी

विशेष निगरानी इकाई की टीम ने जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सुबह जल्दी RDD के आवास और कार्यालयों में दबिश दी. मुजफ्फरपुर के नगर थाना क्षेत्र, पटना और पूर्णिया स्थित उनके ठिकानों पर कार्रवाई हुई. अदालत के आदेश के बाद यह छापेमारी की गई, जिससे शिक्षा विभाग में अफरातफरी मच गई.

सूत्रों के अनुसार डिप्टी डायरेक्टर पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है, जिसकी राशि लगभग 3,75,66,092 रुपये बताई जा रही है. उनके खिलाफ थाना कांड संख्या 18/25 दर्ज की गई है, जिसमें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(b), 13(2), 12 और 61(2)(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया. प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि अधिकारी ने अपनी आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी.

विवाद की शुरुआत वैशाली से

डीएसपी चंद्र भूषण कुमार ने बताया कि यह मामला तब शुरू हुआ जब डिप्टी डायरेक्टर वैशाली में DEO थे. वहां उन्हें लेकर कई शिकायतें आईं, जिनकी जांच के बाद विशेष निगरानी इकाई ने कार्रवाई की सिफारिश की. अदालत के आदेश के बाद इस कार्रवाई को विभिन्न ठिकानों पर अंजाम दिया गया.

छापेमारी के दौरान SVU की टीम ने आवास और कार्यालय से कई अहम दस्तावेज और संपत्ति से जुड़े कागजात जब्त किए. हालांकि, बरामद संपत्ति और नकद का आधिकारिक ब्योरा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया. अधिकारियों का कहना है कि तलाशी पूरी होने के बाद सभी जब्त सामग्रियों की विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी. प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि जांच में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं.

शिक्षा विभाग में प्रभावशाली पद

RDD शिक्षा विभाग में लंबे समय से एक प्रभावशाली अधिकारी माने जाते थे. उन्होंने वैशाली में DEO का पद संभाला और हाल ही में तिरहुत प्रमंडल में RDD का पदभार ग्रहण किया. उनकी साख और प्रभाव के कारण इस छापेमारी ने पूरे विभाग में सनसनी फैला दी.

खबर फैलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई। कई कर्मचारियों ने अपने फोन बंद कर लिए। विभाग में कर्मचारियों के बीच अफवाहों और अनिश्चितता का माहौल बन गया।

जांच जारी, बड़े खुलासों की उम्मीद

SVU की टीमें अभी भी तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं. सूत्रों के अनुसार, जब्त दस्तावेजों और संपत्तियों की विस्तृत जांच में कई और संदिग्ध लेन-देन और संपत्तियों का खुलासा हो सकता है. अधिकारी के लंबे करियर से जुड़े कई मामले सामने आने की संभावना जताई जा रही है.

यह कार्रवाई बिहार सरकार और विशेष निगरानी इकाई की भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त नीति का हिस्सा है. पिछले कुछ महीनों में SVU ने कई उच्च अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, जिससे भ्रष्टाचारियों में भय का माहौल है. डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ यह कदम शिक्षा विभाग में अवैध संपत्ति अर्जन करने वालों के लिए स्पष्ट संदेश है कि किसी को संरक्षण नहीं मिलेगा.

यह कार्रवाई न केवल एक अधिकारी की जांच है, बल्कि पूरे विभाग के लिए एक चेतावनी भी है. SVU की सक्रियता और सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति यह दिखाती है कि बिहार में भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए प्रशासन गंभीर है.

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