BCCI अध्यक्ष की रेस में मियांदाद से भिड़ने वाला क्रिकेटर सबसे आगे, अमेरिका क्रिकेट में भी रह चुका है डायरेक्टर
BCCI President: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद से रोजर बिन्नी ने इस्तीफा दे दिया है. 19 जुलाई को 70 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद पद छोड़ दिया था. बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक 28 सितंबर को होने वाली है. इसमें बोर्ड अपने शीर्ष अधिकारियों में बदलाव करेगा. बीसीसीआई के अध्यक्ष का चुनाव इसी बैठक के दौरान किया जा सकता है. फिलहाल उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला शीर्ष स्तर पर कामकाज संभाल रहे हैं. आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने इशारा किया है कि 28 सितंबर को होने वाले बीसीसीआई के चुनाव इस साल होने की संभावना कम है. ऐसे में अगर सर्वसम्मति बन जाती है, तो बिना औपचारिक चुनाव के ही अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है. बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए हरभजन सिंह और सौरव गांगुली का नाम सबसे आगे चल रहा है, लेकिन एक और पूर्व खिलाड़ी इस रेस में है.
पूर्व भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज किरण मोरे बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के अगले अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे उभरकर सामने आए हैं. बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने वेस्ट ज़ोन के कुछ दिग्गज पूर्व क्रिकेटरों से संपर्क किया था, जिनमें सौराष्ट्र के एक पूर्व खिलाड़ी भी शामिल हैं. हालांकि, राज्य संघों की सर्वसम्मति से मोरे को ही सबसे उपयुक्त विकल्प माना जा रहा है. एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, “यह सर्वसम्मत निर्णय होने जा रहा है. ज्यादातर राज्य संघ बीसीसीआई की इस इच्छा पर सहमत हैं कि किरण मोरे को शीर्ष पद की जिम्मेदारी मिले. जल्द ही अंतिम निर्णय सामने आ जाएगा.”
मोरे का क्रिकेट करियर
किरण मोरे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में का सबसे यादगार पल जावेद मियांदाद के साथ रहा था. 1992 में खेले गए मुकाबले में मियांदाद मोरे की बार-बार की जाने वाली अपील से इतना चिढ़ गए कि वे मैदान पर ही उछलने लगे. हालांकि उन्होंने बाद में कहा कि यह हीट ऑफ द मोमेंट था. मोरे ने 1984 से 1993 तक भारत का प्रतिनिधित्व किया. इस दौरान उन्होंने 49 टेस्ट और 94 वनडे खेले. वह 1988 और 1991 में भारत की एशिया कप विजेता टीमों का हिस्सा भी रहे.
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किरण मोरे का प्रशासनिक अनुभव
फिलहाल किरण मोरे बड़ौदा क्रिकेट संघ की क्रिकेट सलाहकार समिति के अध्यक्ष हैं. वह पहले बीसीसीआई में चयन समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के साथ विकेटकीपिंग कंसल्टेंट के तौर पर भी जुड़े. 2019 में उन्हें यूएसए क्रिकेट का क्रिकेट निदेशक और अंतरिम कोच नियुक्त किया गया था. उन्होंने टीम को वनडे दर्जा मिलने के बाद उसकी आगे की राह आसान करने में बड़ी भूमिका निभाई थी.
अगर मोरे बीसीसीआई अध्यक्ष बनते हैं, तो यह बोर्ड के शीर्ष पद पर एक पूर्व खिलाड़ी की वापसी होगी. सौरव गांगुली 2019 से 2022 तक इस पद पर रह चुके हैं. आपको बता दें कि हरभजन सिंह और सौरव गांगुली भी एजीएम में शामिल होंगे. गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ के नामित सदस्य हैं, वहीं भज्जी को पंजाब क्रिकेट संघ का नामित प्रतिनिधि चुना गया है. सभी राज्य संघों में से किसी एक को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना जाएगा. ऐसे में इन तीन नामों में से किसी एक को यह जिम्मेदारी मिल सकती है, हालांकि रिपोर्ट मोरे को इसका फ्रंट रनर मान रही है.
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