bandar movie :अनुराग कश्यप की फिल्म “बन्दर” हाल ही में हुए टोरेंटो फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर के बाद से ही चर्चा में है. निर्देशक अनुराग कश्यप की मौजूदा दौर की यह सबसे हार्ड हीटिंग और विवादित फिल्म बताई जा रही है.फिल्म देखने के बाद देश विदेश के दर्शकों और क्रिटिक्स की मानें तो यह प्रेमकथा होते हुए भी टिपिकल प्रेमकथा नहीं है. यह फिल्म आधुनिक मोहब्बत से चमक-दमक छीनकर रिश्तों के ऐसे सवाल पूछती है, जिनसे सामना करना असहज है. मुख्य सवाल डेटिंग एप्स के ज़माने में मोहब्बत सच में मोहब्बत है, या सिर्फ़ दिखावा? जहां एक स्वाइप से नजदीकी बनती है और एक रिजेक्शन से बवाल खड़ा हो जाता है. “बन्दर” रिश्तों की सच्चाई पर चोट करती है. यहां इश्क को मासूम ख्वाब नहीं दिखाया गया, बल्कि उसके अंधेरे कोने जुनून, ताक़त का खेल और आकर्षण व शोषण की धुंधली लकीर को उघाड़ा गया है.ये फिल्म बिना किसी चाशनी और भावुकता के यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या एप्स पर बनने वाले रिश्ते असली होते हैं या सिर्फ़ सौदेबाजी,जो रोमांस का मुखौटा पहन लेते हैं? जब ऐसे नाज़ुक रिश्ते अहंकार और भावनाओं से टकराते हैं तो क्या होता है?अनुराग कश्यप ने रोमांस को अविश्वास, जुनून और जीने-बचने की जद्दोजहद की पृष्ठभूमि पर रखकर “बन्दर” को सिर्फ फिल्म नहीं, बल्कि आईना बना दिया है डिजिटल मोहब्बत की बेचैन सच्चाइयों का आईना!
कास्ट की दमदार परफॉरमेंस
इस फिल्म की कास्टिंग की बात करें तो मुख्य भूमिका में बॉबी देओल हैं, जो फिल्म के सभी पोस्टर में भी नजर आ रहे हैं.बॉबी देओल का ऐसा अवतार देखने को मिला जो पहले कभी नहीं देखा गया. क्रिटिक्स कह रहे हैं कि इस फिल्म ने एक्टर के तौर पर उनका पूरा ट्रांसफॉर्मेशन कर दिया है और फिल्म बंदर को उनके करियर की सबसे दमदार परफॉर्मेंस कही जा सकती है. इस तरह के अंदाज में आज तक बॉबी देओल को अब तक नहीं देखा गया है.कास्टिंग में सान्या मल्होत्रा का नाम भी खास है और फिल्म में उन्होंने ने दिल छू लेने वाली परफॉर्मेंस दी है. उनका किरदार इस इंटेंस ड्रामा को अपने परफॉरमेंस से पूरी तरह जस्टिफाई करता है. कास्टिंग में खास नाम यही खत्म नहीं होते हैं बल्कि सबा आजाद का नाम भी जुड़ा हुवा है. जो एक युवा और तेज तर्रार महिला के रोल में छा गईं हैं. वहीं सपना पब्बी का किरदार भी काफी अलग तरह से दर्शकों को सरप्राइज कर रहा है. वह बहुत ही रॉ भूमिका में दिख रही हैं.
एक न्यूज आर्टिकल बना फिल्म की प्रेरणा !
इस फिल्म के लेखन टीम से सुदीप शर्मा और अभिषेक बनर्जी जुड़े हुए है. निर्माता के तौर पर फिल्म में निखिल द्विवेदी का नाम है.खबरों की मानें तो निखिल दिवेदी ने ही अखबार की एक खबर को पढ़ने के बाद उसे अनुराग कश्यप को दिखाया था. जिसके बाद इस खबर पर फिल्म बनाने का फैसला किया गया. उन्हें लगा कि यह कहानी हर किसी तक पहुंचनी चाहिए ताकि लोग मौजूदा रिश्तों की सच्चाइयों से रूबरू हो. वैसे यह फिल्म मौजूदा दौर के रिश्तों के साथ -साथ न्याय प्रणाली को भी सवालों के घेरे में लेकर आती है. फिल्म की कहानी की अहम धुरी जेल है.जिस वजह से अदालत की जिरह भी इसका अहम हिस्सा हैं. फिल्म से सह निर्देशिका के तौर पर साक्षी मेहता का नाम जुड़ा हुआ है.
थिएटर में कब देगी दस्तक
फिल्म के टोरंटों फिल्म फेस्टिवल्स में प्रीमियर के बाद से ही इस फिल्म के भारत में रिलीज होने की चर्चा बढ़ गयी है, हालांकि की मेकर्स की तरफ से अब तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन फिल्म इस साल के अंत तक सिनेमाघरों में दस्तक दे सकती है. ऐसी बात सामने आ रही है.