Bihar Election: पटना. इस बार पांच सीटर और डबल इंजन हेलीकॉप्टर पर सबसे ज्यादा जोर रहेगा. पांच सीटर हेलीकॉप्टर में पायलट के लिए अलग सीट होती है, जि ससे सुरक्षा पुख्ता होती है और बड़े नेता एक साथ गंतव्य तक पहुंच पाते हैं. सूत्रों के अनुसार बड़े नेताओं को दि न में दो से पांच तक सभाएं करनी होती हैं. सड़क मार्ग से इतना तेजी से घूमना संभव नहीं. ऐसे में हेलीकॉप्टर ही उनका सबसे बड़ा चुनावी हथियार बन जाता है.
पांच सीटर हेलीकॉप्टर सबसे मुफीद
पांच सीटर हेलीकॉप्टर का फायदा यह है कि एक ही साथ सभी प्रमुख नेता अपने-अपने कार्यक्रमों में पहुंच जाते हैं. छोटे हेलीकॉप्टर के मुकाबले बड़े हेलीकॉप्टर का इस्ते माल करने से खर्च भी अपेक्षाकृत कम आता है. इसके साथ ही यात्रा के दौरान नेता आपस में चुनावी रणनीति पर चर्चा भी कर लेते हैं, जि ससे प्रचार और प्रभावी हो जाता है.
कौन पार्टी कितने हेलीकॉप्टर का करेगी इस्तेमाल
इस मामले में भाजपा सबसे आगे है और आठ से 12 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर सकती है. बिहार भाजपा के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग इस बार भी दिल्ली से ही होगी. जदयू के दो हेलीकॉप्टर होंगे, जिनमें से एक मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के लिए रिजर्व रहेगा. दूसरा जदयू के अन्य नेताओं के लिए. राजद भी दो हेलीकॉप्टर मंगाने की तैयारी में है. एक हेलीकॉप्टर तेजस्वी यादव के लिए रहेगा, दूसरा अन्य पार्टी नेताओं के साझा प्रचार में इस्तेमाल होगा. कांग्रेस के दो हेलीकॉप्टर बुक कर सकती है. जनसुराज के प्रशांत किशोर और वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी भी हेलीकॉप्टर से प्रचार करेंगे.
खर्च का ऐसे बैठेगा गणित
पांच सीटर हेलीकॉप्टर पर हर घंटे पांच लाख रुपये से अधिक खर्च होगा. वहीं छोटे हेलीकॉप्टर पर डेढ़ लाख रुपये प्रति घंटा खर्च आने की संभावना है. डबल इंजन और सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के खर्च में भी अंतर होगा.
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