Punjab Floods: पंजाब 1988 के बाद सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि विनाशकारी बाढ़ में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 2.56 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद सतलुज, व्यास और रावी नदियों तथा बरसाती नालों में उफान के कारण राज्य के बड़े हिस्से में बाढ़ आ गई है.
पंजाब के ये जिले बाढ़ से प्रभावित
पंजाब के गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर सहित कुल 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
स्कूल 3 सितंबर तक बंद
मौजूदा खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सभी स्कूल तीन सितंबर को बंद रहेंगे.’’ केंद्र शासित प्रदेश के स्कूल मंगलवार को भी बंद रहे.
पिछले 24 घंटे में पटियाला में सबसे अधिक बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे की अवधि के दौरान पंजाब के कई स्थानों पर बारिश हुई. उसने बताया कि इस अवधि के दौरान अमृतसर में 18.3 मिमी, पटियाला में 70.5 मिमी, बठिंडा में पांच मिमी, फरीदकोट में एक मिमी, गुरदासपुर में 32.8 मिमी, मनसा में 10 मिमी और मोहाली में 44.5 मिमी बारिश हुई. लगातार हो रही भारी बारिश के साथ-साथ व्यास नदी और काली बेईं बरसाती नाले में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर कपूरथला जिला प्रशासन ने जनता को परामर्श जारी कर नदियों के किनारे से दूर रहने को कहा है.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया दौरा
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर का दौरा किया और राहत एवं पुनर्वास कार्य का जायजा लिया. मुख्यमंत्री मान ने मंगलवार को एक बार फिर केंद्र से पंजाब के 60,000 करोड़ रुपये के ‘बकाया’ कोष जारी करने की मांग करते हुए कहा कि वह क्षेत्र में बाढ़ के मद्देनजर राज्य के अधिकारों की मांग कर रहे हैं, न कि इसके लिए ‘भीख’ मांग रहे हैं.