‘कांग्रेस ने जीतने के लिए नहीं, भाजपा को जिताने के लिए चुनाव लड़ा’, आप नेता सौरभ भारद्वाज ने साधा निशाना
दिल्ली स्थित आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर सोमवार को आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 2025 के दिल्ली के चुनाव में ऐसा कयास लगाया जा रहा था, कि कांग्रेस पार्टी खुद चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी को जितवाने के लिए और आम आदमी पार्टी को चुनाव हरवाने के लिए चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समर्थकों में बहुत से अच्छे और बुद्धिजीवी लोग भी शामिल हैं और जब कभी भी इस बात को कहा जाता हैं, कि कांग्रेस खुद जीतने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही थी, तो उन समर्थकों में एक तिलमिलाहट सी होती है। वह इस बात को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से उनकी यह तिलमिलाहट निकाल कर बाहर आती है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बुद्धिजीवी कांग्रेसी समर्थक यह लोग देश के बारे में विचार करते हैं, परवाह करते हैं, परंतु जब कभी भी कांग्रेस के बारे में ऐसी बातें सामने आती है तो उन्हें स्वीकार नहीं करते और अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं।
कांग्रेस ने बीजेपी को चुनाव जिताया
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि शायद पहली बार राजनीतिक इतिहास में यह सिद्ध होगा कि किस प्रकार से 2025 के दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस पार्टी की दिल्ली इकाई और दिल्ली इकाई के पदाधिकारीयों ने भारतीय जनता पार्टी को चुनाव जीताने के लिए काम किया। सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव द्वारा हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा, कि इस इंटरव्यू में साफ देखा जा सकता है, कि किस प्रकार से बड़ी तसल्ली के साथ देवेंद्र यादव बता रहे हैं, कि इस बार कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में यह तय किया, कि चाहे भारतीय जनता पार्टी जीत जाए परंतु आम आदमी पार्टी नहीं जितनी चाहिए।
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कांग्रेस की दिल्ली इकाई पर लगाया बड़ा आरोप
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह फैसला आनन फानन में नहीं किया। यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है, कि कांग्रेस दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी को चुनाव जीताने के लिए राजी थी। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में बड़ा सवाल यह उठता है, कि कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने राहुल गांधी को, खड़गे को इस बात के लिए कैसे राजी किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ऐसा तो अक्सर होता है, कि किसी पार्टी की राज्य इकाई इस प्रकार के कार्य कर जाती है, परंतु हैरानी की बात यह है, कि इस मामले में कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व राहुल गांधी , खड़गे तथा अन्य बड़े नेताओं के साथ बातचीत की और शीर्ष नेतृत्व की ओर से भी दिल्ली इकाई को इस बात की खुली छूट दी गई कि चाहे कुछ भी करना पड़े आम आदमी पार्टी को दिल्ली में नहीं जीतने देना है।
बीजेपी नेताओं को हराने के लिए नहीं बनाया प्लान
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देवेंद्र यादव अपने बयान में बता रहे हैं, कि किस प्रकार से आम आदमी पार्टी के एक-एक नेता को टारगेट किया गया और उनके खिलाफ रणनीतियां बनाई गई, कि किस प्रकार से उनको हराना है। उन्होंने कहा यह बड़ी ही हैरानी की बात है, कि देवेंद्र यादव के मुंह से यह नहीं निकला की प्रवेश वर्मा को कैसे हराएंगे, रेखा गुप्ता को कैसे हराएंगे, देवेंद्र यादव के ही एक करीबी सांसद को भद्दी गालियां देने वाले रमेश बिधूड़ी को कैसे हराएंगे? यह कांग्रेस ने प्लान नहीं किया।
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1984 के दंगों में भी नहीं देखा गया ऐसा चेहरा
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इतना घिनौना चेहरा तो कांग्रेस का 1984 के दंगों में भी नहीं देखा गया होगा, जितना घिनौना चेहरा 2025 के दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस का निकल कर आया है। उन्होंने कहा कि मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, कि आज जब किसी गरीब की झुग्गी टूटती है, किसी गरीब का रोजगार उजाड़ा जाता है, तो वह सोचता है, कि अगर केजरीवाल दिल्ली में होता तो मेरी झुग्गी नहीं तोड़ी जाती, मेरा रोजगार नहीं उजाड़ा जाता।
चुनाव में आप ने किया सबसे कम खर्च
2025 के चुनाव में हुए खर्चों के संबंध में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया, कि आम आदमी पार्टी ने 2025 के चुनाव में लगभग 14 करोड़ रुपए खर्च किया, भारतीय जनता पार्टी जिसकी देश में सबसे अधिक राज्यों में सरकारें हैं उन्होंने लगभग 57 करोड़ रुपए खर्च किया और कांग्रेस पार्टी ने 2025 के दिल्ली के चुनाव में लगभग 46 करोड़ रुपए खर्च किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि चुनाव आयोग का यह नियम है, कि चुनाव में जो भी खर्च होगा उसका पूरा ब्यौरा जमा करना पड़ेगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने कहा कि 44 करोड़ रुपए नकद चंदा इकट्ठा हुआ।
कांग्रेस ने नकद चंदा किया इकट्ठा
सौरभ भारद्वाज ने कहा यह अपने आप में बड़ी ही हैरान करने वाली बात है, कि कांग्रेस पार्टी ने 44 करोड़ रुपए नकद चंदा इकट्ठा किया। क्योंकि चुनाव आयोग के नियम अनुसार 2000 से अधिक नकद चंदा नहीं लिया जा सकता। अर्थात 44 करोड़ रुपए चंदा इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस को लाखों लोगों से चंदा लेना पड़ेगा। जिसके लिए एक बड़ा कैंपेन चलाने की जरूरत होती है। धरातल पर काम करने की जरूरत होती है। परंतु कांग्रेस का ऐसा कोई कैंपेन धरातल पर नजर नहीं आया, कि कांग्रेस चंदे के लिए पर्चियां काट रही हो, घर-घर जाकर चंदा मांग रही हो? सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि आज की इस प्रेस वार्ता का मकसद कांग्रेस का असली चेहरा देश की जनता और कांग्रेस के उन बुद्धिजीवी समर्थकों के सामने लाना था, उन्हें अब सोचना पड़ेगा कि कांग्रेस क्या कर रही है?
भाजपा भी खामोश है
सौरव भारद्वाज ने कहा की आम आदमी पार्टी को चेक के द्वारा एक करोड़ रुपए मिला था तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि केजरीवाल को काली रात के अंधेरे में एक करोड रुपए चंदा आ गया और आज जब दिन के उजाले में कांग्रेस को 44 करोड़ रुपए चंदा नकद में मिला जिसका कोई अता-पता ही नहीं है कि कहां से आया। इस पर भाजपा भी खामोश है कांग्रेस को मिले चंदे की कोई जांच नहीं की जा रही है। सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि जिस प्रकार से भाजपा क्षेत्रीय दलों पर हावी होकर सत्ता हथियाने का काम कर रही है, कांग्रेस को लग रहा है इस प्रकार के षड्यंत्र क्षेत्रीय दलों के साथ करके वह भी सत्ता हथिया लेगी।