2019 विश्वकप सेमीफाइनल: कैप्टन कूल की वो भूल, धोनी के इस एक्शन से कीवी बॉलर था हैरान, बना भारत की हार का कारण
Lockie Ferguson recalls MS Dhoni’s shocking leave in 2019 World Cup Semifinal: भारतीय क्रिकेट फैंस का दिल कई बार टूटा है. 2003 के विश्वकप में सचिन के आउट होने पर तो कभी 2019 में धोनी के रन आउट पर. हाल के क्रिकेट प्रशंसकों को तो धोनी का विकेट कुछ ज्यादा ही सालता है. क्योंकि 2019 विश्वकप के सेमीफाइनल में उनका विकेट गिरना केवल भारत की हार नहीं बल्कि धोनी के संन्यास की पटकथा भी बन गया. हालांकि धोनी के कुछ फैसलों ने विरोधी टीम के खिलाड़ियों को भी चौंका दिया था. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने भारत बनाम न्यूजीलैंड 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल का एक यादगार पल साझा किया है जब ओल्ड ट्रैफर्ड में तनावपूर्ण रन चेज के दौरान एमएस धोनी ने एक गेंद को छोड़ दिया था. 240 रन का लक्ष्य पीछा कर रही भारतीय टीम दबाव में थी और धोनी का यह फैसला फर्ग्यूसन के लिए भी हैरान करने वाला रहा.
उस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 239 रन बनाए. इसके जवाब में भारत ने काफी खराब शुरुआत की. ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी ने भारत को 5 रन के स्कोर पर दोहरा झटका दिया और फिर 24 रन पर 4 विकेट ढेर कर दिए. भारत 92 रन के स्कोर पर 6 विकेट खोकर शर्मनाक हार के नजदीक था. लेकिन इसी समय एमएस धोनी और रवींद्र जडेजा (77) की साझेदारी ने स्कोर को 208/7 तक पहुंचाया. धोनी ने उस मैच में 72 गेंदों पर 50 रन बनाए थे.
लॉकी फर्ग्यूसन ने बताई धोनी की भूल
लॉकी फर्ग्यूसन ने क्रिकट्रैकर से कहा, “मुझे याद नहीं कि कितने रन चाहिए थे, लेकिन पता था कि भारत को तेजी से रन बनाने थे. योजना थी गेंद डालकर देखना कि धोनी अंडरकट करेंगे या नहीं, लेकिन उन्होंने गेंद छोड़ दी. यह देखकर मैं वाकई हैरान था कि उन्होंने गेंद को छोड़ दिया”. दरअसल भारत को 31 गेंदों पर 52 रन चाहिए थे. धोनी ने 49वें ओवर में फर्ग्यूसन की पहली गेंद पर शानदार अपरकट लगाया और गेंद को डीप बैकवर्ड प्वाइंट के ऊपर से छक्के के लिए भेज दिया. लेकिन तभी धोनी ने दूसरी गेंद छोड़ दी जिसने दर्शकों और फर्ग्यूसन दोनों को हैरान कर दिया.

फर्ग्यूसन ने आगे कहा, “मैं हैरान था क्योंकि आमतौर पर बल्लेबाज रन बनाने की कोशिश करता है. अगले ओवर में मैंने फिर वही कोशिश की और धोनी ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया. योजना लगभग काम कर गई थी. लेकिन उन्हें उस मैच में आउट करना और सेमीफाइनल जीतना शानदार था.” 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर धोनी ने दूसरा रन लेने की कोशिश की, लेकिन मार्टिन गुप्टिल के सटीक थ्रो ने उन्हें महज इंचों से रनआउट कर दिया.

हालांकि भारत का चेज वहीं से बिखर गया था, जब 48वें ओवर की पांचवीं गेंद पर जडेजा आउट हो गए. दबाव धोनी पर आ गया और भारत को 12 गेंदों पर 31 रन की जरूरत आ पड़ी. धोनी अक्सर मैच को गहराई तक ले जाते थे और कई बार दबाव की स्थिति से टीम को निकालते थे. लेकिन उस मैच में न्यूजीलैंड ने समझदारी से गेंदबाजी की और दबाव बनाए रखा. अंततः भारत 18 रन से हार गया, भारत की उम्मीदें टूट गईं और न्यूजीलैंड ने यह मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई. यह धोनी का आखिरी वनडे साबित हुआ. एक साल बाद, 15 अगस्त 2020 को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी.
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