Delhi CM Rekha Gupta attack case: पुलिस ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमला मामले में गिरफ्तार दूसरे आरोपी और मुख्य आरोपी राजेशभाई को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की. पुलिस के मुताबिक, खिमजी ने गुप्ता के शालीमार बाग स्थित आवास का एक वीडियो कथित तौर पर तहसीन को भेजा था, जबकि तहसीन ने उसे 2,000 रुपये भेजे थे. बुधवार को सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम के दौरान उन पर कथित हमले से पहले खिमजी लगातार तहसीन के संपर्क में था.
बड़ा खुलासा, मुख्य आरोपी ने कहा था कुछ बड़ा करना है
सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुख्य आरोपी सकरिया राजेशभाई खिमजी ने नई दिल्ली स्टेशन के बाहर से लिया था. उसने एक सब्जी रेहड़ी से चाकू उठाया और अपने दोस्त तहसीन से कहा था, आज कुछ बड़ा करना है. बताया जा रहा है दोनों डॉग लवर हैं. राजकोट पुलिस के अनुसार, खिमजी 19 अगस्त को आवारा कुत्तों पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लेने के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन से दिल्ली पहुंचा था.
मुख्य आरोपी खिमजी पर पहले से दर्ज हैं 5 मामले
पुलिस ने बताया कि ऑटोरिक्शा चालक खिमजी के खिलाफ राजकोट के भक्तिनगर थाने में 2017 से 2024 के बीच मारपीट और शराब रखने के पांच मामले दर्ज हैं तथा उसके खिलाफ कई बार निवारक कार्रवाई भी की गई है. आरोप है कि खिमजी शराब की तस्करी में भी शामिल था. दिल्ली पुलिस राजकोट में खिमजी के दोस्तों और परिवार के सदस्यों समेत 10 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री की सुरक्षा से सीआरपीएफ को हटाया
रेखा गुप्ता की सुरक्षा तैनात नहीं रहेंगे सीआरपीएफ
केंद्र ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को दी गई केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली है. कुछ दिन पहले ही गुप्ता पर हुए हमले के बाद उन्हें यह सुरक्षा प्रदान की गई थी. सूत्रों ने बताया कि उनकी सुरक्षा का जिम्मा फिर से दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है.
क्या है मामला?
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त की सुबह सिविल लाइंस इलाके में उनके कार्यालय में ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति ने हमला किया था. मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस हमले को ‘‘उनकी हत्या की सुनियोजित साजिश’’ का हिस्सा बताया था.
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