Saudi Arabia: सऊदी अरब में एक व्यक्ति की बहादुरी ने पूरे देश का दिल जीत लिया है. इस शख्स का नाम माहेर फहद अल-दलबाही है, जिन्होंने बिना अपनी जान की परवाह किए एक बड़ा हादसा होने से रोक लिया. उनकी इस वीरता से प्रभावित होकर सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज ने उन्हें 10 लाख सऊदी रियाल (करीब 2.23 करोड़ भारतीय रुपये) का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है.
दरअसल, यह घटना पिछले शुक्रवार की है. अल-दलबाही रियाद से करीब 300 किलोमीटर दूर अपने गांव अल-सलीहिया लौट रहे थे. रास्ते में उन्होंने देखा कि पशुओं के चारे से भरा एक ट्रक आग की लपटों में घिर गया है. ट्रक चालक ने आग बढ़ती देख डर के कारण ट्रक को पास ही मौजूद पेट्रोल पंप के पास छोड़ दिया. यह स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती थी क्योंकि अगर ट्रक वहीं फटता तो बड़ी तबाही मच जाती और दर्जनों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी.
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यही वह क्षण था जब अल-दलबाही ने साहसिक कदम उठाया. उन्होंने बिना देर किए जलते हुए ट्रक में चढ़कर उसे पेट्रोल पंप से दूर एक खुले इलाके तक ले जाकर खड़ा कर दिया. उनकी इस कोशिश से एक बड़ा हादसा टल गया और कई लोगों की जिंदगी बच गई. हालांकि इस बहादुरी भरे काम में वह खुद भी आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए.
बाद में नागरिक सुरक्षा टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने में सफल रही. वहीं अल-दलबाही को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां वर्तमान में उनका इलाज रियाद के किंग सऊद मेडिकल सिटी में चल रहा है. सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, उनकी स्थिति की निगरानी खुद रियाद के डेप्युटी अमीर प्रिंस मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान कर रहे हैं. उन्होंने अस्पताल जाकर उनकी सेहत की जानकारी ली और अधिकारियों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराने का आदेश दिया.
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इस घटना ने सऊदी समाज में अल-दलबाही को एक हीरो बना दिया है. आम लोग उनकी बहादुरी की सराहना कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी उन्हें खूब सम्मान मिल रहा है. किंग सलमान का यह बड़ा पुरस्कार न सिर्फ उनके साहस को मान्यता देता है बल्कि यह संदेश भी देता है कि सऊदी अरब अपने बहादुर नागरिकों की कद्र करना जानता है.
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