BCCI Coaching Staff: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एशिया कप से पहले भारतीय मेंस टीम के बैकरूम स्टाफ में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने टीम के मसाज थेरेपिस्ट राजीव कुमार से अलग होने का निर्णय लिया है. राजीव एक दशक से भी ज्यादा समय तक भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे. वे हाल ही में संपन्न इंग्लैंड दौरे में भी सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा थे, जहां भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ की थी, लेकिन उन्हें नया अनुबंध नहीं दिया जाएगा. पूर्व बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर और लंबे समय से ‘स्ट्रेंथ’ और अनुकूलन कोच रहे सोहम देसाई को भी बीसीसीआई ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बीसीसीआई ने गौतम गंभीर युग से पहले के बैकरूम स्टाफ में लगातार बदलाव करते हुए राजीव कुमार को नया कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया.
ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय टीम के थिंक टैंक के एक प्रभावशाली सदस्य का मानना है कि सहयोगी स्टाफ के राष्ट्रीय टीम के साथ बहुत लंबे समय तक बने रहने से टीम को मिलने वाला लाभ कम होता है. एक विचारधारा यह भी है कि लंबे समय तक सहयोगी स्टाफ के साथ रहने से सभी खिलाड़ियों के साथ एक निश्चित सहजता का स्तर बढ़ जाता है और यह टीम के विकास के लिए हानिकारक है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार टीम से जुड़े एक सूत्र ने बताया, “भारतीय बोर्ड ने राजीव की सेवाओं को जारी न रखने का फैसला किया है. टीम प्रबंधन ने पहले ही एक नए मसाज थेरेपिस्ट की सिफारिश कर दी थी और उसे टीम में शामिल किया गया है.”
तेज गेंदबाजों के खास थे राजीव कुमार
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, राजीव कुमार का अधिकांश खिलाड़ियों, खासकर तेज गेंदबाजों के साथ बेहतरीन रिश्ता था. वह तब सुर्खियों में आए थे जब मोहम्मद शमी ने सोशल मीडिया एक्स/ट्विटर पर उनके साथ जन्मदिन की तस्वीर साझा की थी. उस मौके पर इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार भी मौजूद थे. इससे पहले बीसीसीआई टीम के मसाज थेरेपिस्ट अरुण कानडे से भी अलग हो चुका है. सोहम देसाई को जारी रखने का विकल्प दिया गया था, लेकिन उन्होंने खुद आगे बढ़ने का फैसला किया.
गंभीर के कोच बनने के बाद से लगातार हो रहे बदलाव
राहुल द्रविड़ की जगह गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद से ही टीम इंडिया के बैकरूम स्टाफ में बदलाव हो रहे हैं. फील्डिंग कोच टी दिलीप को भी बीसीसीआई ने हटा दिया था, जब सहायक कोच अभिषेक नायर की विदाई की घोषणा की गई थी. हालांकि, इंग्लैंड दौरे से पहले यू टर्न लेते हुए दिलीप को वापस बुला लिया गया. फिलहाल यह साफ नहीं है कि दिलीप अगले महीने होने वाले एशिया कप में फील्डिंग कोच के रूप में टीम इंडिया का हिस्सा होंगे या नहीं.
सितांशु कोटक बने बल्लेबाजी कोच
ऑस्ट्रेलिया से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने के बाद बीसीसीआई ने सितांशु कोटक को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया. इसके बाद भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बावजूद अभिषेक नायर को उनके पद से हटा दिया गया. जब गौतम गंभीर ने जुलाई 2024 में भारतीय टीम के हेड कोच का पद संभाला, तो उन्होंने नायर और रयान टेन डोशेट को सहायक कोच के रूप में शामिल किया, जबकि मॉर्ने मॉर्कल को गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया. वर्तमान में रयान टेन डोशेट और मॉर्कल अभी भी भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा हैं.
भारतीय टीम इंडिया का मौजूदा सपोर्ट स्टाफ
- हेड कोच: गौतम गंभीर
- सहायक कोच: रयान टेन डोशेट (फील्डिंग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं)
- बैटिंग कोच: सितांशु कोटक
- बॉलिंग कोच: मॉर्ने मॉर्कल
- स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच: एड्रियन ले रूक्स
- फील्डिंग कोच: टी दिलीप
- थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट: राघवेंद्र द्विवेदी (रघु)
- लॉजिस्टिक्स मैनेजर: उपाध्याय
- वीडियो एनालिस्ट: हरी
- रिकवरी स्पेशलिस्ट (मसाज थेरेपिस्ट): खाली (पद रिक्त)
- अतिरिक्त थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट: उर्फ रघु और कोलंबो से एक नाम न बताये गए स्पेशलिस्ट, जो पहले श्रीलंकाई सेटअप का हिस्सा रहे हैं
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