अलास्का रूस में है? पुतिन से मुलाकात के पहले ट्रंप की बड़ी भूल, सोशल मीडिया पर मचा बवाल — देखें वीडियो
Trump Alaska Mistake: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (11 अगस्त) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह इस शुक्रवार रूस जाएंगे और वहां रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे. उन्होंने बताया कि यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन की मंशा उन्हें “दो मिनट में” समझ आ जाएगी. ट्रंप के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर खूब चर्चा शुरू हो गई. कई लोग सवाल करने लगे कि क्या अमेरिका युद्ध रोकने के लिए पुतिन को अलास्का सौंप देगा? कुछ ने मजाक भी उड़ाया कि क्या ट्रंप को पता नहीं कि अलास्का अब रूस का हिस्सा नहीं है? ट्रंप ने मीडिया से कहा कि मुझे यहां खड़ा होना थोड़ा शर्मिंदगी जैसा लग रहा है. मैं पुतिन से मिलने रूस जा रहा हूं. शुक्रवार को मैं रूस जाऊंगा. उनका यह बयान वायरल होते ही लोग मजाक में पूछने लगे कि क्या ट्रंप को भी नहीं पता कि अलास्का अमेरिका का हिस्सा है?
Trump Alaska Mistake in Hindi: क्या अलास्का कभी रूस का हिस्सा था?
अलास्का कभी रूस का हिस्सा था, लेकिन करीब 150 साल पहले इसे अमेरिका ने रूस से खरीदा था. 18वीं सदी में डेनिश खोजकर्ता विटस बेयरिंग ने बियरिंग स्ट्रेट की खोज के दौरान अलास्का को खोजा था. उस समय यह रूस के त्सार के अधीन था. 1799 में त्सार पॉल प्रथम ने रूस-अमेरिका कंपनी बनाई थी जो फर ट्रेड करती थी. लेकिन वहां के प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन और आदिवासियों के साथ अन्याय के कारण रूस की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई. इसलिए 1867 में रूस ने अलास्का को 7.2 मिलियन डॉलर में अमेरिका को बेच दिया. उस वक्त यह सौदा “सिओर्ड की मूर्खता” कहा गया था.
हालांकि, रूस का प्रभाव अलास्का में रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च के माध्यम से बना रहा. पूर्व अलास्का गवर्नर सारा पेलिन ने 2008 में कहा था कि अलास्का से आप रूस देख सकते हैं. असल में अलास्का की मुख्य भूमि से रूस दिखाई नहीं देता, लेकिन बियरिंग स्ट्रेट में दो द्वीप करीब 2.5 मील दूर हैं. पुतिन ने 2014 में कहा था कि अलास्का बहुत ठंडा है और रूस इसे वापस लेने का इरादा नहीं रखता.
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ट्रंप-पुतिन की बैठक और यूक्रेन युद्ध
8 अगस्त को क्रेमलिन ने आधिकारिक तौर पर बताया कि ट्रंप और पुतिन 15 अगस्त को मुलाकात करेंगे. इस बैठक में दोनों नेता यूक्रेन युद्ध के स्थायी समाधान पर चर्चा करेंगे. पुतिन के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि यह बैठक यूक्रेन संकट के लिए लंबे समय तक चलने वाले समाधान पर ध्यान केंद्रित करेगी.
ट्रंप ने कहा कि बैठक अलास्का में होगी और जमीन के कुछ हिस्सों के आदान-प्रदान का सुझाव भी दिया. पहले अमेरिका ने एक त्रिपक्षीय बैठक प्रस्तावित की थी जिसमें पुतिन, ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की शामिल होते. पुतिन ने ट्रंप से मिलने के लिए तैयार हैं, लेकिन जेलेंस्की से अभी मिलने को लेकर हिचक जता चुके हैं. विश्लेषकों का कहना है कि अगर जमीन के मसले पर सही समझ न बनी तो यह बैठक 2018 के बाद दोनों नेताओं की पहली मुलाकात के बावजूद निर्णायक साबित नहीं होगी.
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