EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

IND vs ENG सीरीज के बाद इंग्लिश टीम पर बरसे ग्रेग चैपल, इस खिलाड़ी पर फोड़ा हार का ठिकरा


IND vs ENG, Greg Chappell: भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल इस सीरीज से खासे असंतुष्ट नजर आए. चैपल ने इंग्लैंड की तथाकथित “पॉजिटिव क्रिकेट” की सोच पर सवाल उठाए हैं और उसे लापरवाह करार दिया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आक्रामकता का मतलब यह नहीं कि परिस्थिति को नजरअंदाज करके बेमतलब के शॉट खेले जाएं.

चैपल ने जहां भारत की युवा टीम की जमकर तारीफ की, वहीं इंग्लैंड के बल्लेबाजों विशेष रूप से हैरी ब्रूक की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की मानसिकता टेस्ट क्रिकेट के मूल सिद्धांतों के विपरीत है.

IND vs ENG: इंग्लैंड की रणनीति पर उठाए सवाल

ग्रेग चैपल ने ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो’ में अपने कॉलम में लिखा कि इंग्लैंड को भारत दौरे से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि “पॉजिटिव क्रिकेट” का तात्पर्य आत्मविश्वास के साथ खेलना होता है, न कि स्थिति को नजरअंदाज कर बेजा जोखिम उठाना. चैपल ने इंग्लैंड की रणनीति को खतरनाक और अव्यवस्थित बताया, खासकर चौथे दिन के खेल में जब इंग्लैंड जीत की ओर बढ़ रहा था.

लंदन टेस्ट के दौरान इंग्लैंड 374 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 301 रन पर तीन विकेट के नुकसान पर मजबूत स्थिति में था, लेकिन हैरी ब्रूक के आउट होते ही पूरी पारी लड़खड़ा गई और टीम महज छह रन से मैच हार गई. चैपल ने इस मौके को इंग्लैंड की असफल मानसिकता का प्रतीक बताया.

उन्होंने हैरी ब्रूक की तकनीक और बल्लेबाजी शैली की सराहना की, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि ब्रूक जैसी प्रतिभा यदि संयम नहीं बरतेगी, तो वह लंबे समय तक टीम की मदद नहीं कर पाएगी. चैपल ने लिखा, “टेस्ट क्रिकेट सिर्फ शॉट लगाने का खेल नहीं है, बल्कि यह समझने का खेल है कि कब आक्रामक होना है और कब नहीं.”

भारत की तारीफ, इंग्लैंड को चेतावनी

ग्रेग चैपल ने भारत की युवा टीम की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने हर मुकाबले में परिस्थितियों को पढ़ा और उसी अनुसार रणनीति बनाई. भारतीय गेंदबाजों ने न केवल अनुशासन दिखाया, बल्कि इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी को बिखरने पर मजबूर कर दिया.

वहीं इंग्लैंड की टीम को उन्होंने चेतावनी दी कि यदि टीम को भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करना है तो उन्हें टेस्ट क्रिकेट की मूलभूत समझ विकसित करनी होगी. चैपल के अनुसार, “सिर्फ आक्रामक रुख अपनाकर आप हर बार नहीं जीत सकते. इसके लिए जरूरी है कि आप खेल की परिस्थितियों का सही विश्लेषण करें और उसी अनुसार निर्णय लें.”

उन्होंने इंग्लैंड के कोच और कप्तान को भी यह सोचने की सलाह दी कि उनकी ‘बेजबॉल’ शैली कब काम करती है और कब नुकसान पहुंचाती है. चैपल का मानना है कि हर परिस्थिति में एक ही रणनीति अपनाना समझदारी नहीं है.

अंत में उन्होंने लिखा, “क्रिकेट में सकारात्मकता जरूरी है, लेकिन वह सोच-समझकर किए गए जोखिमों से आती है, न कि बिना सोचे-समझे किए गए आक्रामक शॉट्स से.”

ये भी पढ़ें…

ICC Rankings: टेस्ट रैंकिंग में फिर फेरबदल, सिराज की बड़ी छलांग, बुमराह की बादशाहत कायम

लड़ाई जारी रहेगी, डोनाल्ड ट्रंप ने कोई युद्ध विराम नहीं करवाया, वसीम जाफर ने कर दिया ऐलान

IPL 2026 को लेकर बड़ा अपडेट, इस टीम के साथ अलगा सीजन खेलेंगे संजू सैमसन!