Heavy rain Warning: उत्तराखंड में भयंकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए कई जिलों में 1 से लेकर 12वीं तक की कक्षा को बंद कर दिया गया है. उत्तराखंड में मौसम विभाग की बारिश की चेतावनी को देखते हुए अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है.
In view of the weather department’s rain warning in Uttarakhand, a holiday has been declared for all schools from class 1 to 12 and Anganwadi centres in the state’s Almora, Pithoragarh, Chamoli, and Rudraprayag districts. pic.twitter.com/Owi66qM058
— ANI (@ANI) August 5, 2025
भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर पिछले दो दिन से भारी बारिश का दौर जारी है. बारिश के कारण गंगा, यमुना सहित राज्य की लगभग सभी नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. कई इलाकों में भूस्खलन के कारण सड़कें बाधित हो गयीं हैं जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग का अनुमान है कि प्रदेश के 13 में से 11 जिलों में भारी बारिश जारी रह सकती है. बरसात के कारण कई जगहों पर जलभराव होने और बाढ़ का खतरा हो सकता है.
उफान पर गंगा समेत कई नदियां
लगातार बारिश से प्रदेश में गंगा, यमुना सहित सभी नदियां और नाले उफान पर हैं. प्रशासन ने फिलहाल लोगों से उनके किनारों से दूर रहने की अपील जारी की हैं. इन क्षेत्रों में पुलिसकर्मी लगातार गश्त पर हैं. हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया जिसके बाद जिला प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों में बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. हरिद्वार शहर में लगातार बारिश होने से अनेक स्थानों पर एक से दो फुट का जलभराव हो गया है जिससे लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है .
बादल फटने से उत्तराखंड में हाहाकार
उत्तराखंड में मंगलवार को कुदरत का कहर बरपा है. राज्य के उत्तरकाशी जिले की धराली में बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में बाढ़ आ आ गई. मलबे के नीचे दबने से चार लोगों की मृत्यु हो गयी, अनुमान है कि मलबे के नीचे कई और लोग दबे हो सकते हैं. बादल फटने से कई मकान और होटल भी तबाह हो गए. उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने कहा है बादल फटने से आई बाढ़ में कितना नुकसान हुआ है उसका अभी तक सही आकलन नहीं किया जा सका है. घटनास्थल से दर्जनों लोग लापता हैं.