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सांसें रोक देने वाली वो 13 गेंदें, एटकिंसन ने दो बार छीन ही लिया था भारत से मैच


ENG vs IND: द ओवल में खेले गए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के आखिरी मुकाबले में कुछ भी आसान नहीं था. भारत ने अंत में मुकाबला 6 रनों से जीता जरूर, लेकिन मैच के दौरान कई बार फैंस की सांसें अटक गईं. आखिरी दिन जब इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तक उसे जीत के लिए केवल 35 रन चाहिए थे, जबकि टीम इंडिया को अब भी 4 विकेट चटकाने थे. विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में विकेटकीपर जेमी स्मिथ क्रीज पर मौजूद थे, वह भारत के लिए एक बड़ा खतरा थे. दूसरे छोर पर जेमी ओवरटन भी अच्छी बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी थे. भारत ने आखिरी 13 गेंद पर इंग्लैंड की बल्लेबाजी को झकझोर दिया और इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन ली. यह मुकाबला सालों तक याद किया जाएगा. India vs England 5th match biggest moment 13 balls story

4 विकेट चटकाना भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती

भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन दोनों को सस्ते में आउट करना था. 76.3 ओवर से खेल शुरू हुआ. प्रसिद्ध कृष्णा अपने बाकी बचे चार गेंद फेंकने आए और ओवरटन ने पहली ही दोनों गेंद पर चौके जड़‍ दिए. भारतीय फैंस खामोश हो गए. इसके बाद टीम को संकट से उबारने का जिम्मा मोहम्मद सिराज ने अपने कंधों पर उठाया. अगला ओवर लेकर आए सिराज ने अपनी तीसरी ही गेंद पर स्मिथ को आउट कर दिया. स्मिथ सिराज की गेंद को आगे बढ़कर खेलने का प्रयास कर रहे थे और गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के दस्तानों में समा गई.

ओवरटन को सीराज ने ऐसे भेजा पवेलियन

स्मिथ तो 78वें ओवर में चले गए, लेकिन दूसरे छोर पर एक और खतरनाक बल्लेबाज ओवरटन मौजूद थे. अब सुनाते हैं 80वें ओवर की कहानी. सिराज एक बार फिर हाथ में गेंद और आंखों में चमक लिए गेंदबाजी के लिए तैयार थे. स्ट्राइक पर गस एटकिंसन थे. सिराज की पहली तीन गेंद पर वह बीट हो गए. चौथी गेंद उन्होंने फाइन लेग की ओर किसी प्रकार धकेली और एक रन के लिए दौड़ पड़े. अब ओवरटन स्ट्राइक पर थे. सिराज मौका चूकना नहीं चाहते थे. उन्होंने एक फूलर डिलिवरी डाली और गेंद ओवरटन के पैड पर लगी. एक जोरदार अपील और अंपायर ने उंगली उठा दी. इंग्लैंड को आठवां झटका लगा था. जोश टंग बल्लेबाजी के लिए आए.

टंक को कृष्णा ने दिखाया बाहर का रास्ता

भारत को अब भी दो और विकेट की जरूरत थी, जबकि इंग्लैंड को जीत के लिए 21 रन चाहिए थे. पलड़ा दोनों ही टीमों की ओर झुका हुआ दिख रहा था. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने अब तक हथियार नहीं डाले थे. अगला शिकार करने वाली तीर प्रसिद्ध कृष्णा के तरकस से निकली. 83वें ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने टंग को बोल्ड कर दिया. अब सभी की निगाहें मैदान पर टिकी हुई थी. चोटिल क्रिश वोक्स एक हाथ को जर्सी के अंदर छुपाए दूसरे हाथ में बल्ला लेकर मैदान पर आए. अब सारा दारोमदार एटकिंसन पर था. अगले ओवर में सिराज की गेंद पर छक्का जड़कर उन्होंने अपना इरादा स्पष्ट कर दिया. इंग्लैंड को जीत के लिए अब सिर्फ 12 रनों की जरूरत थी.

सिराज का यॉर्कर और जीत गया भारत

स्टैंड में मौजूद भारतीय फैंस की धड़कने बढ़ी हुई थीं. हर कोई खामोश था. कोई शोरगुल नहीं, बस सभी की नजरें मैच पर टिकी थीं. सिराज अपने उस ओवर में 7 रन देकर चले गए. इंग्लैंड को अब केवल 11 रन चाहिए थे. गेंदबाजी के लिए अगली ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा आए. उन्होंने एटकिंसन को रोके रखा और केवल 3 रन दिए. आखिरी गेंद पर एटकिंसन एक रन लेने में कामयाब रहे और स्ट्राइक अपने पास रख ली. 86वें ओवर में सिराज एक बार फिर गेंदबाजी के लिए तैयार थे. दर्शकों की सांसें अटकी हुई थी. सिराज ने एक बेहतरीन यॉर्कर डाली, जिसका एटकिंसन के पास कोई जवाब नहीं था और भारत यह मुकाबला 6 रन से जीत गया. टंग और एटकिंसन के आउट होने के बीच की वह 13 गेंद ऐसी थीं, जिसने इंडियंस फैंस की सांसें अटका दी थी. भारत ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सीरीज का ड्रॉ करा दिया.

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