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‘उसने मेरी रातों की नींद खराब की हैं’, मोर्ने मोर्कल ने बताया; इस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा परेशान किया


Morne Morkel on Joe Root: भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल टीम के साथ उतना ही जोर लगाते हैं, जितना दल के खिलाड़ी. प्रैक्टिस सेशन के दौरान कभी-कभी खुद भी बॉलिंग करवाते हैं और कभी खिलाड़ियों के साथ हंसी-मजाक में WWE वाली फाइट भी करते हैं. उनके गेंदबाजी कोच रहते हुए इंडियन बॉलर्स की समीक्षा तो बाद में होगी, फिलहाल वे अपने बॉयज से जरूर खुश नजर आ रहे हैं. खासकर भारत और इंग्लैंड सीरीज के दौरान लंबे स्पेल डालने वाले मोहम्मद सिराज से. भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने इंग्लैंड के करिश्माई बल्लेबाज जो रूट के विकेट को लेकर चौथे दिन के आखिरी घंटे में अपनी खुशी जाहिर की. साथ ही उन्होंने कहा रूट ही वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने उन्हें कई स्लीपलेस नाइट्स यानी नींद न आने वाली रातें दी हैं.

373 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए रूट लगातार भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे थे, लेकिन अपनी आदत के मुताबिक गेंद को थर्ड मैन की दिशा में खेलने की कोशिश में वह विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के हाथों कैच देकर पवेलियन लौट गए. उन्होंने 105 रन (152 गेंद) की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली थी. मोर्कल के चेहरे पर उनके आउट होने के बाद राहत साफ दिख रही थी. दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने स्वीकार किया कि रूट के सामने गेंदबाजी करना हमेशा मुश्किल रहा है. उन्होंने कहा,”ओह, मैं बहुत खुश था, बहुत ज्यादा खुश था. जो रूट ने मुझे, या हमें, कई स्लीपलेस नाइट्स दी हैं. आज भी उन्होंने अपना क्लास दिखाया. लेकिन हां, जब हम उन्हें आउट करने में सफल हुए तो मैं बहुत खुश था.”

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Joe root returns to pavilion after his dismissal by prasidh krishna.

सीरीज के अंतिम टेस्ट में भारत के दो स्पिन ऑलराउंडर, एक अतिरिक्त बल्लेबाज और तीन तेज गेंदबाजों के संयोजन ने टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं और उन्हें हार के कगार पर ला खड़ा किया. ओवल की पिच का इतिहास स्पिनरों के लिए खास मददगार नहीं रहा है, जिसकी वजह से तीन तेज गेंदबाजों पर अतिरिक्त दबाव आ गया और कप्तान शुभमन गिल को लगातार आकाश दीप, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा को रोटेट करना पड़ा.

मोर्कल ने इस निर्णायक टेस्ट में इस तरह के संयोजन को चुनने की वजह बताई. उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन को लगा कि बोर्ड पर ज्यादा रन खड़े करना सही रहेगा. साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सीरीज खत्म होने के बाद टीम प्रबंधन इस फैसले पर विचार करेगा और देखेगा कि कहां सुधार किया जा सकता था. 

मोर्कल ने कहा, “सच कहूं तो यह बातचीत हर चयन से पहले होती रही है. हमें लगा कि पिच और पहले तीन दिनों के ओवरहेड कंडीशंस को देखते हुए एक अतिरिक्त बल्लेबाज लेना अहम रहेगा. पिछले दो टेस्ट में हमारे चौथे तेज गेंदबाज ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की थी क्योंकि वॉशी और जड्डू भी छोर पकड़कर गेंदबाजी कर सकते थे. इसलिए हमें लगा कि बोर्ड पर थोड़ा ज्यादा रन खड़ा करना ज्यादा जरूरी है. हां, बिल्कुल, यह अच्छा सवाल है और हम इस दौरे के बाद जरूर सोचेंगे कि क्या बेहतर किया जा सकता था.”

मैच का आखिरी दिन बेहद रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है. रविवार को बारिश की वजह से खेल जल्दी खत्म करना पड़ा. इंग्लैंड ने 339/6 पर दिन का खेल खत्म किया और अब वह 3-1 से सीरीज जीतने से महज 35 रन दूर है. दूसरी ओर, तेज गेंदबाजों के जोशीले प्रदर्शन ने भारत को सीरीज बराबर करने के लिए सिर्फ चार विकेट दूर रखा है.

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