India Offers LR LACM Missile To Greece: भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह की हालिया ग्रीस यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ती सैन्य साझेदारी को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खलबली मची हुई है. ग्रीस की मीडिया, खासकर ग्रीस सिटी टाइम्स, ने दावा किया है कि भारत ने ग्रीस को लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (LR-LACM) की अनौपचारिक पेशकश की है. यह वही मिसाइल है जो 1000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक पारंपरिक और परमाणु हथियारों से लैस होकर सटीक निशाना साध सकती है.
ब्रह्मोस जैसी खतरनाक मिसाइल (LR LACM Missile)
LR-LACM को भारत ने खासतौर पर एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, रडार और हाई वैल्यू टारगेट्स को तबाह करने के लिए डिज़ाइन किया है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ब्रह्मोस की तरह बेहद निचली ऊंचाई पर उड़ान भरती है, जिससे इसे इंटरसेप्ट करना अत्यंत कठिन हो जाता है. यह मिसाइल भारतीय सैन्य ताकत का एक नया चेहरा बनकर उभर रही है और अब इसके संभावित निर्यात की चर्चा से क्षेत्रीय भू-राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है.
तुर्की में बिखरी चिंता की लकीरें (LR LACM Missile)
भारत-ग्रीस सैन्य रिश्तों में बढ़ती गर्मजोशी से सबसे ज्यादा बेचैनी तुर्की में देखी जा रही है. तुर्की की मीडिया संस्था TR Haber ने आशंका जताई है कि भारत की यह मिसाइल डील ग्रीस के लिए नहीं, बल्कि तुर्की के खिलाफ रणनीतिक तैयारी का हिस्सा है. एक रिपोर्ट में हेडलाइन दी गई, “हिंदुस्तान 1000 किमी रेंज की क्रूज मिसाइल एजियन में लाया! वे तुर्की को निशाना बनाएंगे!” तुर्की की चिंता वाजिब भी है, क्योंकि ग्रीस और तुर्की के बीच एजियन सागर में लंबे समय से वायु और समुद्री सीमा को लेकर तनातनी चल रही है. ऐसे में अगर ग्रीस के पास इतनी दूर तक मार करने वाली भारतीय मिसाइल आ जाती है, तो तुर्की की सुरक्षा नीति को बड़ा झटका लग सकता है.
इसे भी पढ़ें: 5 जुलाई को आएगी भयंकर सुनामी’, मचेगी भारी तबाही, भविष्यवाणी से मचा हड़कंप
ग्रीस ने भारत के हथियारों में दिखाई गहरी दिलचस्पी (India Offers LR LACM Missile To Greece)
DEFEA-25 रक्षा प्रदर्शनी में जब भारत ने पहली बार LR-LACM को सार्वजनिक किया, तभी से अटकलें तेज हो गई थीं कि ग्रीस इसे खरीद सकता है. ग्रीस सिटी टाइम्स ने कई रिपोर्ट्स में यह संकेत दिया कि ग्रीस पश्चिमी देशों पर अपनी सैन्य निर्भरता को घटाकर भारत जैसे नए रक्षा साझेदारों की ओर झुकाव बढ़ा रहा है. ग्रीस के एक रक्षा विशेषज्ञ के मुताबिक, भारत की तकनीक विश्वसनीय है और यह विकल्प न केवल किफायती है, बल्कि रणनीतिक दृष्टि से भी उपयोगी है.
ऑपरेशन सिंदूर से मिली रणनीतिक जानकारी? (Turkey Reaction)
TR Haber की एक और सनसनीखेज रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ग्रीक वायुसेना ने पर्दे के पीछे भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” से जुड़ी जानकारियां हासिल की हैं. इसमें राफेल विमानों की भूमिका, पाकिस्तान के एयरबेस पर किए गए हमलों और एयर डिफेंस सिस्टम को बेअसर करने की रणनीति जैसी जानकारियां शामिल हैं. तुर्की की आशंका है कि ग्रीस इन अनुभवों का उपयोग कर अपने पायलटों को तुर्की के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार कर रहा है.
इसे भी पढ़ें: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग गायब! जानें किसके ऊपर लगा आरोप?
भारत की बढ़ती मौजूदगी से तुर्की में तनाव (LR LACM Missile)
यह सब घटनाक्रम ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत पूर्वी भूमध्यसागर में अपनी सैन्य और कूटनीतिक मौजूदगी को धीरे-धीरे मजबूत कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2023 में ग्रीस यात्रा और संभावित 2025 की साइप्रस यात्रा इस दिशा में बड़े संकेत हैं. खासतौर पर साइप्रस के बंदरगाहों पर भारतीय युद्धपोतों की तैनाती तुर्की के लिए एक कड़ा संदेश मानी जा रही है. मई 2025 में भारत-पाक संघर्ष के दौरान तुर्की द्वारा पाकिस्तान की मदद किए जाने को लेकर भारत में नाराजगी थी. अब माना जा रहा है कि भारत उसी अंदाज में जवाब दे रहा है तुर्की की ‘पीठ में छुरा’ भोंकने की रणनीति के जवाब में ‘रणनीतिक घेरेबंदी’.
मिसाइल की आहट से उड़े तुर्की के होश (LR LACM Missile)
भारतीय LR-LACM मिसाइल की खबर तुर्की के लिए सिर्फ सैन्य खतरा नहीं है, बल्कि यह भारत की नई विदेश नीति और सामरिक रणनीति का प्रतीक बनकर सामने आई है. यह साफ संकेत है कि भारत अब केवल एशिया तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि पूर्वी भूमध्यसागर जैसे क्षेत्रों में भी वह अपने हितों की रक्षा और विस्तार के लिए कदम उठा रहा है. भारत-ग्रीस के बढ़ते रिश्तों और संभावित मिसाइल सौदे ने तुर्की की सुरक्षा नीति को नई चुनौती दे दी है, जिससे उसका तनाव लगातार बढ़ता दिख रहा है.