EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

बिहार में अगले 96 घंटे तक फ्लैश फ्लड का खतरा, IMD ने भारी बारिश और आंधी-तूफान का जारी किया अलर्ट


Bihar Mausam Samachar: मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों के लिए 3 जुलाई से 6 जुलाई तक मूसलधार बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है. इस दौरान गरज और बिजली के साथ तेज बारिश हो सकती है. इससे निचले क्षेत्रों में जलभराव, सड़क यातायात में परेशानी और खेती-किसानी को नुकसान की आशंका जताई गई है. मौसम विभाग ने लोगों को मौसम के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है.

लोगों से अपील

प्रशासन की ओर से नागरिकों को सचेत करते हुए कहा गया है कि यात्रा से पूर्व मार्ग की स्थिति की जानकारी अवश्य लें और अनावश्यक रूप से जलजमाव वाले इलाकों या भीड़भाड़ वाले मार्गों से गुजरने से बचें। जिन क्षेत्रों में कमजोर या जर्जर भवन हैं, वहां रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की अपील की गई है. बारिश के दौरान पशुपालकों को भी विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है. मवेशियों को सुरक्षित और सूखे स्थानों में रखने, उन्हें पौष्टिक आहार देने और चारे को बारिश से बचाने की सलाह दी गई है.

प्रशासन को अलर्ट मोड में रहने का आदेश

मत्स्य पालन से जुड़े किसानों से आग्रह किया गया है कि वे तालाबों के चारों ओर मजबूत जाल लगाएं और पानी के ओवरफ्लो को रोकने के लिए उचित निकासी व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि मछलियां बहकर बाहर न निकल सकें. प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट मोड में रहने को कहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सके.

इसे भी पढ़ें : 8 जुलाई तक बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, IMD ने 18 जिलों में जारी किया येलो अलर्ट

मौसम बदलने की वजह

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार दक्षिण झारखंड और उससे सटे क्षेत्रों में एक चक्रवाती सिस्टम एक्टिव है. यह समुद्र तल से लगभग 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर है. यह सिस्टम ऊंचाई के साथ दक्षिण दिशा में झुकाव ले रही है. मानसून की ट्रफ लाइन अब बीकानेर, बनस्थली, शिवपुरी, सिंगरौली, चाईबासा और दीघा होते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैल गई है. इस स्थिति के चलते कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है.

बिहार चुनाव की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें

इसे भी पढ़ें: जमीन सर्वेक्षण के लिए ETS मशीन से सीमा सत्यापन का काम शुरू, पूरा होकर रहेगा सर्वे का काम