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वन कर्मियों के लिए बनाये गये आवासीय परिसर में लग रहा बाजार


फोटो : 9 चांद 4 : वन कर्मी के आवासीय परिसर में बिक रहा मुर्गा-मछली.

वन विभाग की निष्क्रियता से जंगलों की सुरक्षा पर सवाल
हेरहंज. प्रखंड में वन विभाग की लापरवाही के कारण जंगलों के कटाव और वन संपदा की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है. बाजार टांड़ के समीप वन विभाग ने लाखों रुपये की लागत से वन अधिकारियों और कर्मियों के लिए आवासीय परिसर और चहारदीवारी का निर्माण कराया था, लेकिन देखरेख के अभाव में यह क्षेत्र पूरी तरह बदहाल हो चुका है.

अवैध व्यापार और अव्यवस्था का केंद्र बना परिसर

हर रविवार को बाजार टांड़ में साप्ताहिक हाट लगता है, और वन विभाग का मुख्य गेट खुला रहने के कारण मुर्गा, सूअर, मछली, शराब और हड़िया बेचने वाले इसी परिसर में दुकान लगा रहे हैं. खुलेआम शराब और हड़िया की बिक्री हो रही है, जिससे प्रदूषण और स्वच्छता की गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.
वन विभाग की निष्क्रियता से जंगलों को खतरा
भाजपा नेता रंजीत जायसवाल, मंडल अध्यक्ष कन्हाई प्रसाद, जिला कार्यसमिति सदस्य मनीष जायसवाल, महेंद्र प्रसाद और जगमोहन साव समेत अन्य लोगों ने कहा कि वन विभाग पूरी तरह निष्क्रिय है, जिससे जंगलों और वन्य जीवों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। अवैध रूप से पेड़ों की कटाई और बिक्री बढ़ गई है, जिससे वन क्षेत्र को लगातार नुकसान हो रहा है.

प्रशासन से कार्रवाई की मांग

लोगों ने प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है. विधायक प्रकाश राम के जनता दरबार में भी अवैध जंगल कटाई और वन पट्टा के नाम पर अवैध कब्जे का मामला उठा था, लेकिन वन विभाग अब भी उदासीन बना हुआ है.
वन विभाग का बयान
वनपाल आनंद कुमार चौधरी ने कहा कि साप्ताहिक हाट के दिन परिसर में गंदगी और अवैध बाजार लगाने की जानकारी मिली है. उच्च अधिकारियों को सूचित कर इसे तत्काल बंद कराया जायेगा और अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों पर कार्रवाई होगी.

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