Andre Russell on Virat Kohli’s Test Cricket Love: टेस्ट क्रिकेट की अहमियत कितनी ज्यादा है कि दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी उसे अन्य फॉर्मेट से ऊपर रखते हैं. हाल ही में 18 साल में पहली बार आईपीएल 2025 जीतने के बाद विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को टी20 से पांच दर्जे ऊपर बताया. हालांकि वेस्टइंडीज के क्रिकेटर और टी20 के विशेषज्ञ आंद्रे रसेल ने इससे अलग बात कही है. ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने वेस्टइंडीज क्रिकेट पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उन्हें टेस्ट सेटअप से बाहर कर दिया और केवल एक व्हाइट-बॉल विशेषज्ञ के रूप में देखा. आईपीएल के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले रसेल ने कहा कि उन्होंने हमेशा टेस्ट क्रिकेट में विश्वास किया है और जब तक उनके हाथ में था, उन्होंने कभी इससे मुंह नहीं मोड़ा. उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट बड़े देशों के लिए ठीक है, वेस्टइंडीज के लिए नहीं.
रसेल ने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ गाले में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी, जिसमें उन्होंने दो रन बनाए और एक विकेट लिया. इसके बाद उन्होंने कभी रेड-बॉल क्रिकेट नहीं खेला और धीरे-धीरे वनडे और टी20 के विशेषज्ञ बन गए और फिर विभिन्न लीगों में खेलने वाले एक फ्रीलांसर खिलाड़ी बन गए. रसेल ने अपने करियर में राष्ट्रीय टीम में केवल 56 वनडे और 83 टी20 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं और उन्होंने अब तक केवल एक ही टेस्ट मैच में भाग लिया है. लेकिन वे अब तक 551 टी20 मैच दुनिया भर की अगल-अलग टी20 लीगों में खेल चुके हैं.
पीठ नहीं मोड़ी, लेकिन इंडीज क्रिकेट ने बाहर कर दिया
रसेल ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच शुरू हो रही टी20 सीरीज से पहले द गार्जियन से बात करते हुए कहा, “मैं टेस्ट क्रिकेट में विश्वास रखता हूं, लेकिन आखिर में मैं एक प्रोफेशनल खिलाड़ी हूं. ये मेरे करियर का हिस्सा नहीं रहा. मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है क्योंकि मैंने कभी खुद पीठ नहीं मोड़ी. मुझे टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था. उन्होंने मुझे सिर्फ व्हाइट-बॉल खिलाड़ी के रूप में देखा और बात वहीं खत्म हो गई.”
विराट की इस बात से असहमत हैं आंद्रे रसेल
जब रसेल से विराट कोहली के उस मशहूर बयान के बारे में पूछा गया जिसमें कोहली ने अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बाद कहा था कि यह टेस्ट क्रिकेट से ‘पांच स्तर नीचे’ है, तो रसेल ने कहा कि वेस्टइंडीज में ऐसा नहीं है. उनके अनुसार, भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट इसलिए खेलना पसंद करते हैं क्योंकि वहां टेस्ट खिलाड़ियों की आर्थिक रूप से देखभाल की जाती है.
बड़े देशों में अच्छा पैसा मिलता है
रसेल ने कहा “मुझे लगता है कि जब आप भारत, ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसे देशों से होते हैं, जहां टेस्ट खिलाड़ियों की अच्छी देखभाल होती है, तो स्थिति पूरी तरह अलग होती है. उन देशों के खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए आकर्षक सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिलते हैं और वे सबसे बड़े मंचों पर खेलते हैं, जाहिर है कि वे खेलना चाहते हैं. लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाड़ी? आप 50 या 100 टेस्ट खेल लें और रिटायर होने के बाद भी शायद आपके पास दिखाने को बहुत कुछ न हो. ऐसे में हर कोई अपने परिवार के लिए एक आरामदायक जीवन की संभावना चाहता है.” हालांकि रसेल ने यह भी स्पष्ट किया कि वह टी20 लीगों में खेलने से मिलने वाले आर्थिक लाभों को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं.
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