Heavy Rain Warning: 9 जून से फिर करवट लेगा मौसम, IMD ने जारी की चेतावनी, इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश
Heavy Rain Warning: देश के कई हिस्सों में एक बार फिर बारिश का नया दौर शुरू हो सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने कई इलाकों में आगामी दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जाहिर किया है. आईएमडी ने बताया कि 9 जून से पूर्वोत्तर राज्यों में और 11 जून से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने अपने अपडेट में कहा है कि 6 जून से पूर्वोत्तर भारत में बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है. इसके बाद 9 जून से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है.
बीते 24 घंटों में कई इलाकों में हुई जोरदार बारिश
आईएमडी के मुताबिक त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की हुई. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश और असम में अलग-अलग स्थानों पर भी भारी बारिश हुई. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर 60 से 80 किमी प्रति घंटे की गति के साथ तूफानी झोंकेदार हवा चली. गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और तटीय आंध्र प्रदेश में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चली.
कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 7 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है. 6 जून को असम और मेघालय में और 9 से 11 जून के दौरान मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है. अगले 7 दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है. साथ ही गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है. वहीं, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती है.
अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार
अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में शुक्रवार को मामूली सुधार हुआ क्योंकि अधिकतर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल मानसून की बारिश के कारण हुए भूस्खलन और बाढ़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि एक शख्स लापता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण 24 जिलों के 215 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनकी कुल आबादी 33,200 है। ज्यादातर प्रमुख नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं, लेकिन अब खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. प्रदेश के 16 जिलों में 5.6 लाख से अधिक लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं. बाढ़ और लैंड स्लाइड के कारण प्रदेश में इस साल अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ से वन्य जीव भी प्रभावित हुए हैं और मोरीगांव जिले में पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य का लगभग 70 फीसदी हिस्सा जलमग्न हो गया है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि 16 जिलों के 57 राजस्व क्षेत्र और 1406 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हैं, जिससे 5,61,644 लोग प्रभावित हुए हैं.