nimrat kaur: अभिनेत्री निमरत कौर इन दिनों जिओ हॉटस्टार की वेब सीरीज ‘कुल’ में रानी इंद्राणी राय सिंह की भूमिका को निभा रही हैं. निमरत की मानें, तो उन्होंने अब तक परदे पर ऐसा कोई किरदार नहीं निभाया था. इस शो के साथ-साथ शहीद मेजर की बेटी होने के नाते ऑपरेशन सिंदूर पर भी उन्होंने बात की.उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
सब मुझे रानी सा के नाम से बुला रहे
मैं बहुत खुश हूं कि दर्शक खुद इस शो को देख रहे हैं. मुझे रानी सा के नाम से बुला रहे हैं. किरदार बहुत ही लेयरिंग वाला है. शुरुआत में बहुत घुटी-घुटी सी रहती है. बड़ी बहन होने के नाते सबको संभालती है. दूसरे भाग में पॉलिटिशियन बन जाती है और एक अलग पावर का एहसास होता है. उसकी जर्नी बहुत ही रोचक है.
मैं स्पोर्ट्स वाले कपड़े पहनना पसंद करती हूं
इस सीरीज में मैं बहुत ही भारी भरकम ज्वेलरी और साड़ी में नजर आ रही हूं. जो लोग रोज साड़ी पहनते हैं, उनको शत-शत प्रणाम. निजी जिंदगी में खूबसूरत दिखने के लिए भी मैं अनकंफर्टेबल कपड़े पहन नहीं सकती हूं. मैं बहुत इजी गोइंग हूं. फ्लोरल ड्रेस, स्पोर्ट्स वाले कपड़े पहनना पसंद है. आजकल हर जगह पैपराजी दिख जाते हैं. मैं बस अपने बाल ठीक करती हूं.
सिंगिंग पसंद है
इस सीरीज में मैं लोरी गाते हुए नजर आ रही हूं. थिएटर में गाया है. परदे पर पहली बार गा रही हूं. मेरी कोई फॉर्मल ट्रेनिंग नहीं हुई है. मेरी मम्मी बहुत अच्छा गाती है. बचपन से उनको गाते हुए सुना है. निर्देशक साहिर रजा इस लोरी को लेकर आये थे. राजस्थानी फोक सॉन्ग है. भाई-बहन के रिश्ते पर है, तो सीखी गुनगुनायी. वैसे रिकॉर्डिंग पहले ही कर ली गयी थी, क्योंकि परफॉर्म करते हुए सिंगिंग से ज्यादा एक्टिंग पर फोसिस करना था.
पहले किरदार से निकलने में मुश्किल होती थी
रानी इंद्राणी का किरदार बहुत कॉम्प्लिकेटेड है. इस तरह का किरदार शायद मैं पहले करती थी, तो निकलना मुश्किल होता था. लंच बॉक्स ने मुझ पर असर छोड़ा था. अब काम को काम की तरह लेती हूं. शूटिंग खत्म हो जाने के बाद मेकअप निकालकर बस अच्छा खाना खाकर सोना होता है. जब हम काम की चीजें काम में ले जायेंगे, तो घर की चीजें काम में आ जायेंगी, इसलिए दोनों को अलग रखना जरूरी है.
तब पावर का होता है एहसास
निजी जिंदगी मैं अपने आपको पावरफुल तब महसूस करती हूं, जब मुझे लगता है कि किसी को मेरी वजह से खुशी मिली या मेरी फैमिली जब मेरी वजह से प्राउड फील करती है. मेरी मौजूदगी से जब किसी को खुशी मिलती है, तो मुझे उसमें बहुत पावर महसूस होता है. मुझे ट्रैकिंग और हाईकिंग का बहुत शौक है. जब मैं पहाड़ की चोटी पर पहुंच जाती हूं, तो एक अलग ही पावर का एहसास होता है. बारिश में महाराष्ट्र के सह्याद्री के पहाड़ों में ट्रैकिंग मुझे पसंद है.
खुद को असहाय भी महसूस करती हूं
जिंदगी में जहां तक बात असहाय महसूस करने की है, तो मैं फैमिली के साथ नहीं रहती हूं तो कई बार उनको मिस करती हूं. अकेला महसूस करती हूं (हंसते हुए ). कई बार काम से इतनी थकान होती है कि लगता है कि बस कोई खाना बनाकर खिला दे तो उस वक्त भी असहाय महसूस करती हूं.
मेरा खुद के साथ रिश्ता बहुत मजबूत है
मुंबई में अकेले रहती हूं, लेकिन कंपेनियनशिप की कमी महसूस नहीं होती है, क्योंकि मेरी दो बिल्लियां हैं. मेरी खुद की भी बहुत अच्छी कंपनी है, इसलिए मैं किसी कंपेनियनशिप को मिस नहीं करती हूं. मेरा मानना है कि आपके इर्द-गिर्द लोग हमेशा रहेंगे फैमिली, फ्रेंड्स, लेकिन अगर आपके साथ आपका रिश्ता सही नहीं है, तो कोई भी रिश्ता आपको खुशी नहीं दे सकता है. मेरा खुद के साथ रिश्ता बहुत मजबूत है.
सेना ने आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया है
मैं खुद शहीद की बेटी हूं. मुझे सरकार और अपनी सेना पर गर्व है कि उन्होंने आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया है. मेरे पिता ने कश्मीर में पोस्टिंग के द्वारा ही अपने प्राणों का बलिदान दिया था. उस वक्त छोटी थी. उस त्रासदी ने बहुत असर डाला था. उसके बाद जिंदगी बहुत बदल गयी थी.