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अमेरिका में इजरायली दूतावास पर खूनी हमला, यहूदी म्यूजियम के बाहर दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या


Israeli Embassy Staff Shot Dead: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में बुधवार रात एक सनसनीखेज हमला हुआ, जिसमें इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना कैपिटल यहूदी म्यूजियम के पास हुई, जहां आमतौर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहती है. अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर घटना की पुष्टि की और इसे नृशंस हत्या करार दिया. उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू हो चुकी है और जल्द ही और जानकारी साझा की जाएगी.

अब तक की प्रारंभिक जांच में यह हमला एक पूर्व नियोजित साजिश प्रतीत हो रहा है. हमलावर गोलीबारी के तुरंत बाद मोटरसाइकिल से फरार हो गया. इस हमले की गंभीरता को देखते हुए एफबीआई ने भी मामले में हस्तक्षेप किया है और उसकी टेररिज्म टास्क फोर्स स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर जांच कर रही है.

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प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध हमलावर ने “फ्री फिलिस्तीन” के नारे लगाए थे और फिलिस्तीनी केफियाह लहराई. एक गवाह ने बताया कि एक व्यक्ति गोलीबारी के बाद म्यूजियम के भीतर घुसा और जोर से “फ्री फिलिस्तीन” चिल्लाया, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. हालांकि अधिकारियों ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि पकड़ा गया व्यक्ति वही है जिसने गोली चलाई थी. सीबीएस न्यूज ने जानकारी दी है कि एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

यह घटना एफबीआई के वॉशिंगटन फील्ड ऑफिस के सामने घटी, जिससे यह और भी गंभीर हो जाती है. इजरायली दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि इजरायली राजदूत घटना के वक्त वहां मौजूद नहीं थे और दूतावास अमेरिकी एजेंसियों के साथ मिलकर जांच में सहयोग कर रहा है. घटना के बाद अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और डीसी की कार्यवाहक अटॉर्नी जीनिन पिरो भी घटनास्थल पर पहुंचीं और स्थिति की समीक्षा की. सोशल मीडिया पर भी उन्होंने घटना को लेकर चिंता जताई.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना की निंदा करते हुए इसे यहूदी विरोधी नफरत का परिणाम बताया. उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा कि अमेरिका में नफरत और कट्टरता के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. अमेरिकन ज्यूइश कमेटी (AJC) के सीईओ टेड डोइच ने भी गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि म्यूजियम में उसी शाम एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था और ऐसी हिंसा की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.

इजरायल के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत डैनी डैनन ने इस हमले को यहूदी विरोधी आतंकवाद बताया और इसे वैश्विक स्तर पर एक गंभीर संकेत करार दिया. फिलहाल, स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से वॉशिंगटन डीसी के नॉर्थवेस्ट इलाके से दूर रहने की अपील की है और मामले की तह तक जाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. जांच जारी है और पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है, जिसमें घृणा अपराध की आशंका को भी शामिल किया गया है.