EBM News Hindi
Leading News Portal in Hindi

AMT गियरबॉक्स सस्ता, लेकिन क्यों लगते हैं झटके? ऐसे पाएं छुटकारा


AMT Gearbox Jerks: कुछ साल पहले तक कारों में मैन्युअल गियरबॉक्स के अलावा सर्फ AT गियरबॉक्स (ऑटोमैटिक गियरबॉक्स) की ही सुविधा मिलती है, लेकिन अब ढेर सारे गियरबॉक्स आने लगे हैं। इनमें से AMT (ऑटोमैटिक मैनुअल ट्रांसमिशन) काफी सस्ता और वैल्यू फॉर मनी है। हैवी ट्रैफिक में गाड़ी चलाना आरामदायक बनती है। AMT गियरबॉक्स

मैन्युअल गियरबॉक्स का ऑटोमेटेड वर्जन होता है, जो ड्राइविंग को आसान बनाने में भी मदद करता है। लेकिन अक्सर यूजर्स की शिकायत रहती है कि जिन गाड़ियों में AMT की सुविधा मिलती है, ड्राइविंग के दौरान झटके महसूस होते हैं । अब ऐसे में क्या करें और कैसे इस समस्या से निजात पाएं? आइये जानते हैं।

—विज्ञापन—

गियर शिफ्टिंग का असर

आपको AMT ट्रांसमिशन एक मैन्युअल ट्रांसमिशन होता है, जिसमें गियर और क्लच को इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से ऑपरेट किया जाता है। गियर बदलते समय क्लच खुलता और बंद होता है, जिसकी वजह से थोड़ी देरी से पावर डिलीवर होती है, जिसकी वजह से हल्का झटका महसूस होता है। इसमें गियर बदलने का प्रोसेस पारंपरिक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की तुलना में स्लो होता है। एक्सीलेटर दबाने पर सिस्टम गियर शिफ्ट करने में थोड़ा समय लेता है, जिससे स्पीड में रुकावट आने से झटका लगता है।

—विज्ञापन—

ज्यादा समस्या ट्रैफिक में  

AMT गियरबॉक्स में क्लच का खुलना और बंद होना पूरी तरह कंप्यूटर पर ही निर्भर करता है। इस प्रक्रिया में ज्यादा समय लगता है। गियर ट्रांजिशन सही तरीके से नहीं हो पता और गाड़ी झटका देती है। वहीं अगर आप ट्रैफिक में फंसे है तो यह समस्या  होने पर ज्यादा होता है। इसके अलावा अचानक से एक्सीलेटर ज्यादा या कम करने पर इंजन और ट्रांसमिशन के बीच तालमेल बिगड़ने, गाड़ी की स्पीड कम या बार-बार गियर शिफ्टिंग से भी ऐसा होता है।

ऐसे करें समस्या का समाधान

अगर आपकी AMT वाली कार में झटके लगने की समस्या रोज होने लगी है और आप इससे निआत पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी कर को गाड़ी को स्लो और कंट्रोल करके एक्सीलेटर का यूज़ करते हुए चलाना चाहिए। अचानक ब्रेक लगाने और तेजी से स्पीड बढ़ाने बचना चाहिए और भारी ट्रैफिक में क्रीप मोड का सही से इस्तेमाल करना सही रहता है। ट्रैफिक सिग्नल और ट्रैफिक जाम के दौरान गाड़ी को न्यूट्रल में रखें, इससेझटके जैसी समस्या नहीं रहेगी। सबसे जरूरी बात ये है कि अपनी कार की रेगुलर सर्विस पर ध्यान दें, अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी गाड़ी में यह समस्या काफी हद तक ठीक हो जाएगी।

यह भी पढ़ें: 449km की रेंज वाली MG Windsor EV Pro की डिलीवरी हुई शुरू, कीमत में भी हुई बढ़ोतरी